ग्रेटर नोएडा। इलेक्ट्रीशियन कर्मचारियों ने ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण पर आरोप लगाते हुए बताया कि ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में पिछले कई वर्षों से लगातार काम कर रहे सैकड़ों इलेक्ट्रीशियन कर्मचारियों को प्राधिकरण के अधिकारियों ने बिना नोटिस के ही नौकरी के बाहर कर दिया। जिसके विरोध में सैकड़ों इलेक्ट्रीशियन कर्मचारियों प्राधिकरण के दफ्तर के बाहर बने धरना स्थल पर धरने पर बैठ गए हैं जिस धरने को आज करप्शन फ्री इंडिया संगठन के संस्थापक सदस्य आलोक नागर के नेतृत्व में संगठन ने अपना समर्थन दिया।
करप्शन फ्री इंडिया संगठन के संस्थापक चौधरी प्रवीण भारतीय और आलोक नागर ने बताया कि पिछले कई वर्षों से लगातार ग्रेटर नोएडा शहर में रोशनी करने हेतु प्राधिकरण दफ्तर में सैकड़ों कर्मचारी कार्यरत थे जिन्हें बिना नोटिस दिए ही नौकरी से बाहर कर दिया। जिसके विरोध में इलेक्ट्रीशियन कर्मचारियों ने ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के दफ्तर पर आंदोलन शुरु कर दिया है। जिस धरने में आज करप्शन फ्री इंडिया संगठन ने भी अपना समर्थन दिया। चौधरी प्रवीण भारतीय ने बताया कि कुछ इलेक्ट्रीशियन कर्मचारी तो लगभग 20-25 वर्षों से प्राधिकरण में कार्यरत हैं आज नौकरी से निकाले जाने पर उनके घर पर रोजी रोटी का संकट आ गया है। उन्होंने बताया कि प्राधिकरण की तरफ से मिलने वाला वेतन भी पिछले लगभग 5 से 7 महीने का नहीं मिला है। चौधरी प्रवीण भारतीय ने कहा कि शहर के अन्य सामाजिक संगठनों को भी इलेक्ट्रीशियन कर्मचारियों के इस आंदोलन में सहयोग करने की अपील करेंगे।
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