नई दिल्ली। नई दिल्ली में हस्तशिल्प निर्यात संवर्धन परिषद (ईपीसीएच) ने 23वें हस्तशिल्प निर्यात पुरस्कार समारोह का आयोजन अशोका होटल दिल्ली में किया। इस बहुप्रतीक्षित समारोह में वर्ष 2017-18 और 2018-19 के दौरान निर्यातकों को उनके उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए सम्मानित किया गया। इस आयोजन में ईपीसीएच के अध्यक्ष राज.के.मल्होत्रा के साथ ही देश के कोने कोने से हस्तशिल्प निर्यातकों ने बड़ी संख्या में शिरकत की। इस मौके पर ईपीसीएच के उपाध्यक्ष–कमल सोनी, ईपीसीएच के महानिदेशक और अध्यक्ष, इंडिया एक्सपोज़िशन मार्ट लिमिटेड राकेश कुमार, और ईपीसीएच की प्रशासन समिति के सदस्य ने भी आयोजन में भागीदारी की। अमित और वरुण मल्होत्रा को 2017-18 और 18-19 के लिए दो एक्सपोर्ट अवार्ड से नवाज़ा गया।कार्यक्रम के मुख्य अतिथि भारत सरकार में केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग, उपभोक्ता मामलों, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण और वस्त्र पीयूष गोयल, विशिष्ट अतिथि केंद्रीय कपड़ा मंत्री एवं रेल राज्यमंत्री दर्शना विक्रम जरदोश ने हस्तशिल्प निर्यात पुरस्कार प्रदान किए। कार्यक्रम में केंद्रीय कपड़ा मंत्रालय में सचिव उपेंद्र प्रसाद सिंह, आईएएस मौजूद रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता भारत सरकार के कपड़ा मंत्रालय के हस्तशिल्प विकास आयुक्त शांतमनु, आईएएस ने की। पीयूष गोयल, ने पुरस्कार विजेताओं को बधाई दी और उन्हें अपने उद्यमों के लिए कई गुना विकास की कल्पना करने और काम करने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने इस क्षेत्र की गतिशीलता और राकेश कुमार, महानिदेशक, ईपीसीएच की विशेष रूप से एमआईसीई – इंडिया एक्सपो सेंटर और मार्ट को चालू करने और हस्तशिल्प क्षेत्र को न केवल एक आत्मनिर्भर बल्कि लाभदायक उद्यम के रूप में चलाने के लिए बधाई दी। ईपीसीएच के महानिदेशक राकेश कुमार ने बताया कि महामारी के कारण, निर्यात पुरस्कार समारोह तीन साल के अंतराल के बाद आयोजित किया जा सका है, इसलिए लगातार दो वर्षों के लिए पुरस्कार विजेताओं को सम्मानित किया गया है। हस्तशिल्प सेक्टर से जुडे सभी हितधारकों को इस वार्षिक आयोजन का बेसब्री से इंतजार था। ईपीसीएच के चेयरमैन राजकुमार मल्होत्रा ने बताया कि वर्ष 2017-18 के 61 विजेताओं और वर्ष 2018-19 के 65 विजेताओं, यानीकुल 126 विजेताओं को पुरस्कार दिए गए। इसके अलावा एक स्पेशल कमेंडेशन अवार्ड भी प्रदान किया गया है।
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