सिटी पार्क में नुक्कड़ नाटक के जरिए पॉलिथीन से होने वाले नुकसान को बताया
ग्रेटर नोएडा। ‘बाजार जाएं तो थैला लेकर जाएं। अगर दुकानदार पॉलिथीन देता भी है तो उसे न कहें। ग्रेटर नोएडा को पॉलिथीन से मुक्त बनाने के लिए हर नागरिक को आगे आना होगा‘। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के एसीईओ दीप चंद्र ने बुधवार को सिटी पार्क में सिंगल यूज प्लास्टिक का इस्तेमाल रोकने के लिए जागरुकता कार्यक्रम ‘रेस‘ (आर.ए.सी.ई.) के शुभारंभ के मौके पर यह बात कही। इसके तहत जागरुकता अभियान के साथ ही पॉलिथीन का इस्तेमाल करने वालों पर कार्रवाई भी की जाएगी।उत्तर प्रदेश में एक जुलाई से सिंगल यूज प्लास्टिक के इस्तेमाल पर रोक लगने जा रही है। इसके बाद पॉलिथीन का इस्तेमाल करने वालों के खिलाफ कार्रवाई भी की जाएगी। पॉलिथीन का इस्तेमाल करने वालों पर जुुर्माना लगाने के साथ ही कानूनी कार्रवाई का भी प्रावधान है। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ व मेरठ मंडलायुक्त सुरेन्द्र सिंह के निर्देश पर ग्रेटर नोएडा में भी 29 जून से 03 जुलाई तक बृहद जन जागरुकता अभियान ‘रेस‘ (रिडक्शन, अवेयरनेस, सर्कुलर (सोल्यूशन एंड मास) एंगेजमेंट) का आयोजन किया जा रहा है। बुधवार को सुबह 11 बजे सिटी पार्क से इसकी शुरुआत हो गई है। इस अवसर पर प्राधिकरण के एसीईओ दीप चंद्र ने कहा कि सिंगल यूज प्लास्टिक का इस्तेमाल तभी रोका जा सकता है, जब ग्रेटर नोएडा का हर नागरिक बाजार के लिए निकले तो थैला लेकर निकले। अगर कोई दुकानदार पॉलिथीन देता भी है तो उसे लेने से मना कर देें। एसीईओ ने कहा कि सिंगल यूज प्लास्टिक के इस्तेमाल को रोकने की जिम्मेदारी सिर्फ सरकारी संस्थान तक ही नहीं है बल्कि हर नागरिक को इसके लिए आगे आना होगा। खुद भी पॉलिथीन के इस्तेमाल से बचें और अपने आसपास भी लोगों को जागरूक करें। उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के ग्रेटर नोएडा के क्षेत्रीय अधिकारी भुवन सिंह ने कहा कि जिस समय पॉलिथीन का अविष्कार हुआ था, उस समय वैज्ञानिकों को नोबल पुरस्कार दिया गया था, लेकिन आज उनको भी पछतावा होता होगा कि उन्होेंने गलत अविष्कार किया। वरिष्ठ प्रबंधक सलिल यादव ने 03 जुलाई तक चलने वाले कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत की। एक्टिव सिटीजन टीम के सदस्य आलोक सिंह ने कहा कि देश के प्रति अपने दायित्वोें का निर्वहन करना ही देशभक्ति है। इस समय सभी नागरिकों का दायित्व देश को पॉलिथीन मुक्त बनाना है। कवि ओम रायजादा ने पॉलिथीन से नुकसान पर कविता भी सुनाई। इस मौके पर फीडबैक फाउंडेशन की टीम ने नुुक्कड़ नाटक के जरिए पॉलिथीन के इस्तेमाल से होने वाले नुकसान के बारे में जागरूक किया गया। गलगोटिया कॉलेज के छात्र दिव्यांशु कटियार ने कविता भी सुनाई। एआईआईएलएसजी संस्था की तरफ से प्लास्टिक वेस्ट से बने सजावटी सामान की प्रदर्शनी भी लगाई गई। संस्था के पदाधिकारी प्रशांत शर्मा ने इन उत्पादों के बारे में जानकारी दी। इसके बाद इसके बाद सेक्टर अल्फा वन के मार्केट और कासना बस डिपो के पास प्लॉग रन (पॉलिथील बीनने) का कार्यक्रम आयोजित हुआ। इन आयोजनों के दौरान प्राधिकरण के जनस्वास्थ्य विभाग के प्रबंधक डॉ उमेश चंद्रा, जितेंद्र यादव, वैभव नागर, संजीव विधूड़ी, फीडबैक फाउंडेशन की तरफ से संजय शुक्ला, आकाश, आरडब्ल्यूए पदाधिकारी जितेन्द्र भाटी, सुशील नागर, शेर सिंह भाटी आदि मौजूद रहे।
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