-->

युवाओं से लेकर बुजुर्गों के लिए मुसीबतबन रहा हर दिन बदलता मौसम।





मौसम में नमी कहीं कर ना दे शरीर मे कमी।


शफ़ी मोहम्मद सैफ़ी दैनिक फ्यूचर लाइन टाईम्स संवाददाता ग्रेटर नोएडा

ग्रेटर नोएडा।तेज़ गर्मी और नमी ने  लोगों की मुश्किल बढ़ा दी हैं। हर दिन बदलता मौसम बच्चों, युवाओं से लेकर बुजुर्गों के लिए मुसीबत बन रहा है। बुखार , डायरिया से लेकर सर्दी, जुकाम से पीड़ित बच्चे और बुजुर्ग अस्पताल पहुंच रहे हैं। आंधी  तूफान मे उड़ती धूल की वजह से   बुजुर्गों को दमा और ब्रोंकाइटिस की समस्या भी परेशान कर रही है। डॉक्टरों का कहना है कि इस बदलते मौसम  में  बच्चों और बुजुर्गों की विशेष देखभाल की जरूरत है।
शारदा अस्पताल की मेडिसिन विभाग की ओपीडी में प्रतिदिन 220-230 मरीज आ रहे  है वहीं बच्चो की ओपीडी में भी 100- 150 सौ बच्चे प्रतिदिन इलाज के लिए आते हैं। इसमें से कोल्ड डायरिया से लेकर सर्दी, जुकाम, पेट दर्द , शरीर में पानी की कमी  बुखार से पीड़ित बच्चों की संख्या ज्यादा होती है। वहीं दमा, ब्रोंकाइटिस, जोड़ो में दर्द , निमोनिया, बुखार की समस्या से पीड़ित बुजुर्ग भी अस्पताल पहुंच रहे हैं।  शारदा अस्पताल के इंटरनल मेडिसिन विभाग के  डॉ . श्रेय श्रीवास्तव का कहना है कि इस मौसम में आपको विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है जैसे की बाहर का तला भूना खाने से बचे , पानी अधिक पीये , मौसमी फल और सब्जी खाए , धूप  से आकर तुरंत ऐसी में ना बैठे , पानी को गुनगुना करके  पीये  , मास्क का प्रयोग करे यह आपको आंधी - तूफ़ान में उड़ रही धूल मिट्टी से बचाव  करेगा।वही  बाल रोग  विशेषज्ञ डॉ अमित विज का कहना है  ओपीडी में  ज्यादातर  बच्चे डिहाइड्रेशन , पेट दर्द , बुखार से पीड़ित आ रहे है जिसमे से 7 से 10 साल  के बच्चो  में  पेट दर्द की समस्या ज्यादा देखने को मिल रही है वही 5  से कम उम्र वालो में पानी की कमी।डॉक्टर का कहना है की बच्चो के अब स्कूल खुलने पर विशेष सावधानी बरतें  ,  यदि आपका बच्चा घर से बहार है तो उसके साथ में खाने पीने की चीज़ रख दे , बाहर निकलने पर कोई कपड़ा या छाता से सर को ढके, लम्बे समय का बना खाना ना खिलाऐ , बिना डॉक्टर की सलाह के दवाई ना ले, छोटे बच्चो को माँ का दूध अवश्य दे, धूप से तुरंत आकर ऐसी में ना बैठे।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ