तीन दिनों के आयोजन के दौरान क्रेता-विक्रेता के सफल संवाद, क्षेत्रीय कलात्मक प्रदर्शन, रैंप शो, पुरस्कार और सम्मान।
270 करोड़ रुपये की बिजनेस इन्क्वायरी भी की गयी।
ग्रेटर नोएडा। इंडियन फैशन ज्वैलरी एंड एक्सेसरीज शो का 16वां संस्करण तीन महत्वपूर्ण भौतिक दिनों के बाद संपन्न होने वाला है। 54 देशों के लगभग 680 विदेशी खरीदार और खरीद प्रतिनिधियों के साथ ही घरेलू वॉल्यूम खरीदारों ने अपनी आवश्यकता को पूरा करने के लिए शो का दौरा किया। । मेले में करीब 270 करोड़ रुपये की कारोबारी पूछताछ (बिजनेस इंक्वायरी) भी हुई। मेले के दौरान अर्जेंटीना, ऑस्ट्रिया, ऑस्ट्रेलिया, फ्रांस, मिस्र, डेनमार्क, क्रोएशिया, कोलंबिया, चिली, हंगरी, आइसलैंड, ईरान, इटली, जॉर्डन, केन्या, कुवैत, लेबनान, किर्गिस्तान, जर्मनी, नीदरलैंड, ग्रीस, मैक्सिको, इटली से आए थे। इसके साथ ही रूस, जापान, पनामा, पोलैंड, पुर्तगाल, स्लोवेनिया, स्पेन, सिंगापुर, दक्षिण अफ्रीका, संयुक्त अरब अमीरात, इज़राइल, तुर्की, कनाडा, ब्राजील, अमरीका, ब्रिटेन (यूके) और कई अन्य देशों के खरीदारों ने भी शिरकत की। इस आयोजन में फैशन ज्वैलरी की विस्तृत रेंज और उत्पाद श्रृंखला प्रदर्शित की गई। इनमें सेमी प्रेश्यियस आभूषण; बेल्ट और पर्स; हैंड बैग और पर्स; फैशन एसेसरीज; हेड एंड हेयर एसेसरीज; स्टोल और स्कार्फ; शॉल; कशीदाकारी, मनके और सीक्विंड सामान; फैंसी जूते; कलात्मक परिधान; प्रोटेक्टिव वियर और उनके घटक शामिल थे। 150+ प्रदर्शकों, क्षेत्रीय कारीगरों और उद्यमियों ने पांच प्रदर्शन श्रेणियों में उत्पादों का आईएफजेएएस में प्रदर्शन किया। इसमें उनके नए उत्पाद, इनोवेटिव कारीगरी प्रदर्शित किए गए। अब मेले के बाद होने वाले फालो अप में वे अपने ऑर्डर, पूछताछ के लिए सशक्त रूप से वापसी को तैयार हैं।इस मौके पर हस्तशिल्प निर्यात संवर्धन परिषद के महानिदेशक राकेश कुमार ने कहा, "खरीदार शो में आने और अपने नियमित आपूर्तिकर्ताओं के साथ ही नए आपूर्तिकर्ताओं से मिलने, लंबे समय के बाद दिल्ली एनसीआर क्षेत्र का अनुभव करने में बहुत प्रसन्न दिखे। इससे भी अधिक प्रसन्नता ईपीसीएच और इंडिया एक्सपो सेंटर में उनका स्वागत करने में हमें हुई है। क्रेता हमारे आगामी शो में भी भाग लेने के लिए उत्सुक हैं"
ग्रीस से एक खरीदार, एफी पानागियोटौ, जिसकी कंपनी 35 वर्षों से भारत से आयात कर रही है, ने कहा, “मैं यहां बैग,कॉटन और रेशम के स्कार्फ, फैशन के सामान, काफ्तान और कपड़े के लिए यहां आता हूं। भारत में डिजाइन और प्रिंट के लिए कई नए विचार होते हैं। मुझे हमेशा नए आइटम और नए विचार मिलते हैं। निर्माताओं ने इन दो वर्षों में डिजाइन और उत्पादों पर काम किया है और मुझे यह बहुत कुछ देखने को मिला है। यहां आकर खुशी हुई और फिर से यहां आऊंगा।". ऑस्ट्रेलिया से आए जान सुमसियन ने कहा, “मैं यहां फैशन,परिधान, एक्सेसरीज और ज्वैलरी के लिए आया हूं। मैं पहली बार यहां आया हूं और मेरा अनुभव अच्छा रहा है। हम इटली और चीन से आयात करते हैं और अब हम नए विकल्प खोलने के लिए भारत की ओर रुख कर रहे हैं। भारतीय निर्माताओं के आभूषण आकर्षक और इनोवेटिव हैं।इफ्जास-2022 की स्वागत समिति के अध्यक्ष संदीप छाबड़ा ने कहा कि भारतीय फैशन ज्वैलरी कीमतों में प्रतिस्पर्धी है,डिजाइन में विशिष्ट है और हमारी संस्कृति और परंपराओं का प्रतिबिंब है। वे अंतरराष्ट्रीय बाजार के रुझान और उपभोक्ता की रुचि के साथ तालमेल बिठाते हैं। हम अन्य देशों में अपने प्रतिस्पर्धियों से मुकाबला करने के लिए उत्पादों की बारिकियों, फिनिश और प्रस्तुति के साथ ही सर्वोत्तम अंतरराष्ट्रीय क्षमता का मिलान करने की दिशा में तेजी से काम कर रहे हैं।इफ्जास-2022 की स्वागत समिति के उपाध्यक्ष हितेश अहूजा ने कहा कि आयोजन की अन्य गतिविधियों में, शो में कई प्रतिभागियों के ट्रेंड पैवेलियन और उत्पादों के साथ रैंप प्रस्तुतियों ने शिरकत कर रहे लोगों का ध्यान आकर्षित किया और सराहना प्राप्त की। मेला स्थल पर आयोजित एक भव्य समारोह में सर्वश्रेष्ठ स्टैंड डिस्प्ले और उत्पाद प्रस्तुति के लिए विजेता प्रदर्शकों को पुरस्कार प्रदान किए गए। इस दौरान अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस को उत्सुकता के साथ मनाया गया । स्वास्थ्य और कल्याण के लिए एक समग्र दृष्टिकोण के रूप में योग को बढ़ावा देने की दृष्टि से इसे आयोजित किया गया। आयोजन के 3 दिनों के दौरान भारत सरकार के विभिन्न मंत्रालयों के मेहमानों ने आयोजन की शोभा बढ़ाई।इस अवसर पर ईपीसीएच के कार्यकारी निदेशक आर के वर्मा ने कहा कि आईएफजेएएस (इफ्जास) एक अनूठा व्यापार शो है जो खरीदारों को सिर से पैर तक की फैशन ज्वैलरी के साथ-साथ परिधान और एक्सेसरीज फैशन सोर्सिंग के लिए आकर्षित करता है। विशेष बात ये है कि आयोजन के इस संस्करण ने स्थायित्व (सस्टेनेबिलिटी), युवा उद्यमियों, महिलाओं के नेतृत्व वाले निर्यात प्रतिष्ठानों और ईपीसीएच के एकीकृत डिजाइन विकास कार्यक्रम के परिणामों पर भी ध्यान केंद्रित किया। विख्यात आईएचजीएफ दिल्ली मेले के आयोजक हस्तशिल्प निर्यात संवर्धन परिषद (ईपीसीएच)का एक विशेष सेक्टर का विशिष्ट शो है। ईपीसीएच दुनिया भर के विभिन्न देशों में भारतीय हस्तशिल्प निर्यात को बढ़ावा देने और उच्च गुणवत्ता वाले हस्तशिल्प उत्पादों और सेवाओं के एक विश्वसनीय आपूर्तिकर्ता के रूप में विदेशों में भारत की छवि बनाने के लिए जिम्मेदार एक नोडल संस्थान है। ईपीसीएच के महानिदेशक डॉ. राकेश कुमार ने बताया कि साल 2021-22 के दौरान हस्तशिल्प निर्यात 33253.00 करोड़ ( 4459.76 मिलियन अमेरिकी डॉलर) रहा, जिसमें बीते वर्ष की तुलना में रुपये के संदर्भ में 29.49% और डॉलर के संदर्भ में 28.90% की वृद्धि हुई। वित्तीय वर्ष 2021-22 के दौरान भारतीय फैशन ज्वैलरी एवं एक्सेसरीज का निर्यात 1908.517 करोड़ रुपये (255.97 मिलियन अमेरिकी डॉलर) रहा जिसमें बीते वर्ष की तुलना में 24.20% वृद्धि दर्ज की गई।
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