ग्रेटर नोएडा।चिटहेरा गांव में पिछले एक दशक से रह रहे एक भूभलिया परिवार की दो बेटियों की शादी का जिम्मा लेकर गांव के युवाओं ने मिसाल पेश की है। युवाओं ने शादी की व्यवस्था में सारा खर्च उठाया। भूभलिया परिवार जैसा चाहता था वैसे ही दोनों बेटियों की शादी संपन्न कराई। युवा वर्ग की इस पहल को गांव ने भी भरपूर सहयोग दिया।बता दें कि, चिटेहरा गांव में पिछले एक दशक से कुछ भूभलिया अस्थायी तौर पर डेरा डालकर रह रहे है। यह परिवार लोगों की दैनिक आवश्यकता की चीजें बनाकर गांव में बेचकर अपने परिवार का भरण पोषण करते हैं। इनमें से एक राजेंद्र सिंह भूभलिया का भी परिवार हैं। राजेंद्र सिंह की दो बेटियां पलक और मुस्कान विवाह योग्य हो गई। पिता राजेंद्र को दोनों बेटियों की शादी की चिता सताने लगी, लेकिन माली हालत बेटियों की शादी में आड़े आ रही थी। इस बीच राजेंद्र ने सारी बात ईश्वर भरोसे छोड़कर दोनों बेटियों की शादी मेरठ निवासी कलुआ के बेटो सुमित और कर्ण के साथ तय कर दी। गांव के युवाओं ने मानवीय हाथ बढ़ाते राजेंद्र सिंह की बेटियों की शादी में बाकायदा टेंट लगवाया। डीजे बजा, खाने की उच्च दर्जे की दावत की भी व्यवस्था की गई।यह मुहिम गांव के एक इंटरनेट मीडिया ग्रुप से शुरू हुई। गांव के कुछ युवाओं ने 'युवा वर्ग बड़ा मोहल्ला' के नाम से एक वाट्सएप ग्रुप बनाया हुआ है। ग्रुप पर बात शुरू होने के बाद युवाओं ने मदद की।
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