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यमुना प्राधिकरण के अधिकारियों ने जेपी इंफ्राटेक लिमिटेड के अधिकारियों के साथ यमुना एक्सप्रेसव का किया दौरा।



शफ़ी मोहम्मद सैफी दैनिक फ्यूचर लाइन टाईम्स ग्रेटर नोएडा संवाददाता

ग्रेटर नोएडा। शुक्रवार को डॉ अरुण वीर सिंह सीईओ (YEIDA) अन्य अधिकारियों के साथ एसीईओ  मोनिका रानी, ​​एसीईओ  रविंदर सिंह और अन्य अधिकारियों ने जेपी इंफ्राटेक लिमिटेड के अधिकारियों के साथ यमुना एक्सप्रेसवे का दौरा किया। सीईओ ने आईआईटी दिल्ली सुरक्षा ऑडिट द्वारा अनुशंसित कार्यों का निरीक्षण किया।  अपने निरीक्षण में जेपी द्वारा किए गए सभी कार्यों को दिखाया गया  यह देखा गया कि यमुना एक्सप्रेस-वे के माध्यम के दोनों ओर रेलिंग लगाने के कार्य को छोड़कर सुरक्षा संबंधी कार्य पूर्ण हैं।  यह काम जोरों पर है और 330 किलोमीटर में से जेपी ने 290 किलोमीटर पूरे कर लिए हैं और शेष जून 2022 तक पूरा कर लिया जाएगा। मध्य मध्य में गार्ड रेल के परिणामस्वरूप दुर्घटनाओं की संख्या में कमी आई है।प्रदेश में सड़क हादसों को कम करने के लिए  मुख्यमंत्री  ने कुछ निर्देश जारी किये  जिनमें

1. पैम्फलेट ("सुरक्षित यात्रा के लिए निर्देश") सड़क उपयोगकर्ताओं को वितरित किया जाना चाहिए।  पैम्फलेट अधिक आकर्षक और संक्षिप्त जानकारीपूर्ण होने चाहिए (फ़ॉन्ट का आकार बड़ा होना चाहिए)

 2. 10 स्पीड कैमरों की संख्या बढ़ाई जाए, ताकि अधिक गति वाले वाहनों को पकड़ा जा सके।

 3. 3 लेजर स्पीड गन की संख्या बढ़ाई जानी है।  पुलिस के साथ इन स्पीड गन के जरिए तेज रफ्तार वाहनों को पकड़ा जा सकता है।

 4. प्लाजा रिपोर्ट के बीच औसत गति में वाहन की छवि संलग्न की जानी चाहिए।  एनआईसी को चालान के लिए औसत गति डेटा भी भेजा जाना चाहिए, चालान किए गए वाहनों के विवरण के साथ यातायात पुलिस से एक पावती होनी चाहिए।

 5. चालान के लिए अधिक वजन वाले वाहन डेटा को पुलिस/आरटीओ के साथ साझा करें।

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