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ईएमटी सचिन और एम्बुलेंस चालक रवि ने एम्बुलेंस में कराया सुरक्षित प्रसव।

बिनौली ब्लॉक के ग्राम बिजवाड़ा की रेनू नाम की महिला को जिला सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बिनौली लेकर जा रहे थे एम्बुलेंस पर तैनात ईएमटी और वेन चालक।
सरकारी अस्पताल जाने के लिए 102 और 108 एम्बुलेंस सेवा पूरी तरह निशुल्क, आपात स्थिति से निपटने के लिए एम्बुलेंस के स्टॉफ को किया गया है प्रशिक्षित - राजन कुमार
दैनिक फ्यूचर लाइन टाईम्स, बागपत, उत्तर प्रदेशसे संवाददाता विवेक जैन।
102 एम्बुलेंस सेवा बागपत ही नही बल्कि पूरे उत्तर प्रदेश में लोगों की आपात स्थिति में सहायता करने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर रही है। सोमवार की सुबह साढ़े तीन बजे जैसे ही 102 नम्बर पर फोन करके बिनौली ब्लॉक के ग्राम बिजवाड़ा निवासी सोनू ने एम्बुलेंस सेवा को अवगत कराया कि उसकी पत्नी रेनू को बहुत अधिक प्रसव पीड़ा हो रही है, तुरंत कार्यवाही करते हुए एम्बुलेंस सेवा ने ईएमटी सचिन कुमार और चालक रवि कुमार को बिजवाड़ा भेजा। सचिन और रवि तुरन्त बिजवाड़ा पहुंचे और बिना किसी देरी के रेनू को एम्बुलेंस में शिफ्ट किया और जिला सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बिनौली लेकर चल दिये। जिस समय रेनू को लेकर एम्बुलेंस जिला सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बिनौली जा रही थी, तभी रास्ते में रेनू की प्रसव पीड़ा बहुत अधिक बढ़ गयी। सचिन कुमार और रवि कुमार ने सूझ-बूझ का परिचय देते हुए एम्बुलेंस को सड़क के किनारे लगाया और महिला का एम्बुलेंस में ही सुरक्षित प्रसव कराया। इसके बाद जच्चा-बच्चा को सामुदायिक स्वाथ्य केन्द्र बिनौली में भर्ती करा दिया गया। डॉक्टर ने जांच के बाद बताया कि जच्चा-बच्चा दोनों पूरी तरह सुरक्षित हैं। एम्बुलेंस प्रभारी राजन कुमार ने बताया कि आकस्मिक स्थिति के लिए एम्बुलेंस में डिलीवरी किट उपलब्ध रहती है और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए एम्बुलेंस के स्टॉफ को पूरी ट्रेनिंग दी गयी है। बताया कि 102 एम्बुलेंस सेवा पूरी तरह से निःशुल्क है। यह सेवा गर्भवती महिलाओं व 2 साल तक के बच्चों को घर से सरकारी अस्पताल और सरकारी अस्पताल से घर तक लाने और ले जाने का कार्य करती है। उन्होंने सचिन और रवि की आपात स्थिति में सुरक्षित प्रसव कराने के लिए सराहना की।

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