ग्रेटर नोएडा। दिनांक मई 13/2022 को अर्थशास्त्र , नियोजन व विकास विभाग , गौतम बुद्धा विश्वविद्यालय में अर्थशास्त्र में अनुसंधान का दायरा विषय पर विशेषज्ञ व्याख्यान का आयोजन किया गया । विशेषज्ञ के तौर पर डॉ . दिवेश बीरवल को आमंत्रित किया गया । डॉ . बीरवल दिल्ली विश्वविद्यालय के अर्थशास्त्र विभाग , दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स में सहायक आचार्य के पद पर कार्यरत हैं । डॉ . बीरवल ने अपने व्याख्यान में बताया कि अर्थशास्त्र की तीन केंद्रीय समस्याएं होती हैं ; क्या उत्पादन किया जाये ? किसके लिए उत्पादन किया जाये ? और उत्पादन कैसे किया जाये ? उसका यह अर्थ है कि अर्थव्यवस्था में संसाधनों की कमी होती है इसलिए हमें अपनी प्राथमिकताएं निर्धारित करनी पड़ती हैं दूसरे शब्दों में कहें तो अर्थशास्त्र चुनाव करने की समस्या का अध्ययन है । इन समस्याओं के उचित हल जानने के लिए ही हम अर्थशास्त्र में अनुसंधान करते हैं । अनुसंधान के लिए अति आवश्यक डाटा कैसे और कहाँ कहाँ से एकत्र कर सकते हैं य बताते हुए इस बात पर जोर दिया कि हम अनुसन्धान में उचित क्रियाविधि का प्रयोग करें और अनुसंधान से निष्कर्ष जरूर निकालें , बिना निष्कर्ष के किया गया अनुसंधान केवल समय नष्ट करने के अलावा किसी काम का नहीं होता । उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि अनुसन्धान बहुत धैर्य प्रकृति का कार्य है इसलिए इसमें धैर्य बनाये रखना बहुत ही जरूरी है । डॉ . बीरवल ने अर्थशास्त्र के छात्र - छात्राओं को बताया कि यदि उनकी अर्थशास्त्र अनुसन्धान में रूचि है तो वे विश्व बैंक , भारतीय रिजर्व बैंक, निति आयोग व फिक्की जैसी संस्थाओं में जाकर अच्छे मेहनताने के साथ साथ अपना रिसर्च का उद्देश्य भी पूरा कर सकते हैं । कार्यक्रम के अंत में सवाल - जवाब का सत्र आयोजित किया गया जिसमे छात्र - छात्राओं ने डॉ . बीरवल से सवाल भी पूछे । कार्यक्रम के समापन सत्र में अर्थशास्त्र ऑनर्स की दो छात्राओं अनन्या व गौरांशी त्रिवेदी ने सभी का धन्यवाद किया। डाक्टर . ओमबीर सिंह ने भेंट चिन्ह के तौर पर डॉ . दिवेश बीरवल को गौतम बुद्धा की प्रतिमा देकर सम्मानित किया कार्यक्रम , डॉ . नीति राणा , अधिष्ठाता मानविकी व सामाजिक विज्ञान के दिशा निर्देश पर समपन्न हुआ जिसमें , कार्यक्रम की अध्यक्षता अर्थशास्त्र के विभागाध्यक्ष डॉ . ओमबीर सिंह ने की । इस अवसर पर डॉ . वी . के . सनवाल ( विभागाध्यक्ष शिक्षा विभाग ) , डॉ . रुपाली श्रीवास्तव ( फैकल्टी कोऑर्डिनेटर ) , डॉ . सतपाल, ध्वनि गुप्ता, अनामिका सिंह , सुश्री दिव्या लोहानी व अन्य फैकल्टी गण भी मौजूद रहे ।
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