ग्रेटर नोएडा। कोविड के कारण विदेशी छात्रों का पिछले दो शैक्षणिक सत्र में जो रुझान कम हुआ था, इस वर्ष उसमें एक बड़ी उछाल देखी जा रही है। जहां पिछले दो वर्षों में पुरे भारत में बहुत कम संख्या में विदेशी छात्र उच्च शिक्षा के लिए आये, उन विषम परिस्थिति में भी गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय में विदेशी छात्रों का नामांकन हुआ। २०२०-२१ के शैक्षणिक सत्र में २२ वहीं २०२१-२२ के सत्र में ४० विदेशी छात्रों ने विश्वविद्यालय के विभिन्न पाठ्यक्रमों में नामांकन लिया। इन में नामांकन लेने वाले विदेशी छात्रों ने बौध अध्ययन एवं सभ्यता विभाग के पाठ्यक्रमों में ज़्यादा रूचि ली जिनकी संख्या ३७ थीं।
इस शैक्षणिक सत्र में विदेशी छात्रों की आवेदनों की संख्या में वृधि देखी जा रही है। अबतक जीबीयू के अंतरराष्ट्रीय नामांकन विभाग के अनुसार २२७ आवेदन लगभग २० देशों से आईसीसीआर के पोर्टल के मार्फ़त आ चुकी है और इसकी संख्या और भी बढ़ने की उम्मेद प्रशासन कर रही है।
जीबीयू में विदेशी छात्रों का आवेदन आईसीसीआर के अलावा भारत सरकार की कार्यक्रम स्टडी बुद्धिस्म इन इंडिया के मार्फ़त आती है जिससे विश्वविद्यालय जुड़ा हुआ है। इसके अलावा विश्वविद्यालय के वर्तमान एवं पूर्व छात्रों के के द्वारा भी भारत में उच्च शिक्षा को लेकर उत्साहित आवेदकों को सीधा जीबीयू को भी किया जाता है।
प्रो रवीन्द्र कुमार सिन्हा, कुलपति ने विदेशी छात्रों की संख्या को बढ़ाना ka निर्णय लिया है और इसके लिए भारत सरकार की DASA-2022 डिरेक्ट ऐडमिसन ओफ स्टूडेंट अब्रॉड को भी आवेदन किया है ताकि विश्वविद्यालय इस सूची में शामिल हो सके और ज़्यादा से ज़्यादा विदेश छात्रों का नामांकन आने वाले शैक्षणिक सत्र में एक बड़ी संख्या में विदेशी छात्र शिक्षा ग्रहण कर सकें। विश्वविद्यालय इस आने वाले सत्र में बीते वर्षों से ज़्यादा संख्या में विदेशी छात्रों के नामांकन होने की उम्मीद कर रहे हैं।
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