सबसे खराब काम वाले कॉन्ट्रैक्टरों को मिलेगी सी श्रेणी, लगेगा जुर्माना
ग्रेटर नोएडा। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ व मंडलायुक्त सुरेन्द्र सिंह ने शहर की हरियाली से जुड़े कार्यों को करने वाले अधिकारियों के साथ-साथ कॉन्ट्रैक्टरों से विस्तृत विचार विमर्श कर चेतावनी दी है कि सभी पार्क, ग्रीन बेल्ट, रोड साइड ग्रीनरी आदि की गुणवत्ता में अतिशीघ्र सुधार लाते हुए उसे उत्कृष्ट स्तर का बनाएं। अन्यथा कॉन्ट्रैक्टरों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। दरअसल, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ व मेरठ मंडलायुक्त सुरेन्द्र सिंह ने अपने कार्यभार संभालने के दिन ही ग्रेटर नोएडा शहर का भ्रमण कर उद्यानीकरण के कार्यों की गुणवत्ता पर कड़ी नाराजगी व्यक्त की थी। इसके बाद उद्यान विभाग के साथ बैठक कर पार्कों, ग्रीन बेल्ट, सेंट्रल वर्ज आदि का मुआयना कर रिपोर्ट सबमिट करने के निर्देश दिए थे। सीईओ के निर्देश पर अमल करते हुए उद्यान विभाग के वरिष्ठ प्रबंधक कपिल सिंह ने अपनी टीम के साथ बीते शनिवार व रविवार को ग्रेटर नोएडा के अलग-अलग सेक्टरों के पार्कों, ग्रीन बेल्ट आदि का मुआयना किया था। टीम ने अपनी रिपोर्ट सीईओ को सौंप दी है। इसी रिपोर्ट के आधार पर सीईओ ने बुधवार शाम उद्यान विभाग के अधिकारियों व कॉन्ट्रैक्टरों के साथ समीक्षा बैठक की। सीईओ ने पिछली बैठक का हवाला देते हुए कहा कि ग्रेटर नोएडा में उद्यानीकरण के कार्यों को और बेहतर बनाने के लिए 15 दिन का समय दिया गया है। इस अवधि से पहले सभी पार्क, ग्रीन बेल्ट, सेंट्रल वर्ज व रोड साइड ग्रीनरी आदि को दुरुस्त कर लें। अन्यथा कॉन्ट्रैक्टरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। सीईओ ने उद्यान विभाग से जुड़े कॉन्ट्रैक्टरों के कार्यों की गुणवत्ता के आधर पर ए, बी व सी कैटेगरी बनाने के निर्देश दिए। जिसका काम अच्छा होगा उसे ए कैटेगरी में रखा जाएगा। उन्हें प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया जाएगा। इसके बाद बी और फिर सबसे खराब कार्य करने वाले कॉन्ट्रैक्टरों को सी श्रेणी में रखा जाएगा। सी श्रेणी वाले कॉन्ट्रैक्टरों पर कार्रवाई की जाएगी। बैठक में प्राधिकरण के एसीईओ अमनदीप डुली, महाप्रबंधक प्रोजेक्ट एके अरोड़ा व वरिष्ठ प्रबंधक कपिल सिंह आदि मौजूद रहे।
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