मेरठ के एसीपी विवेक कुमार और दादरी तहसीलदार भारी पुलिस बल के साथ दादरी तहसील के चिटेहरा गांव पहुंचे।
ग्रेटर नोएडा।मेरठ के एसीपी विवेक कुमार और दादरी तहसीलदार भारी पुलिस बल के साथ दादरी तहसील के चिटहेरा गांव पहुंचे और मौजूदा भू-माफिया यशपाल तोमर की जमीन को चिन्हित किया। प्रशासन ने 135 बीघा जमीन को कुर्क करने की कार्रवाई की। कार्रवाई के दौरान स्थानीय पुलिस के साथ भारी मात्रा में पुलिस बल मौजूद रहा।जिलाधिकारी मेरठ के आदेश पर मेरठ पुलिस और प्रशासन की टीम ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए भूमाफिया यशपाल तोमर की दादरी में तीन स्थानों पर लगभग 100 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की है। यह संपत्ति यशपाल के तीन नौकरों के नाम पर थी। तीनों स्थान पर मेरठ प्रशासन ने संपत्ति को राज्य सरकार के पक्ष में कुर्क कर बोर्ड लगा दिया। संपत्ति का प्रशासक तहसीलदार दादरी को नियुक्त कर दिया गया है। संपत्ति के क्रय-विक्रय पर रोक लगा दी गई है।मूलरूप से बागपत निवासी यशपाल तोमर गौतमबुद्ध नगर, गाजियाबाद सहित अन्य स्थानों से भूमाफिया घोषित हो चुका है। उसके ऊपर विभिन्न स्थानों पर मुकदमे दर्ज हैं। मेरठ में गैंगस्टर एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज है। गैंगस्टर अधिनियम के अनुपालन में पुलिस और प्रशासन ने यशपाल की संपत्ति जब्त करने की कार्रवाई की। चिटहेरा गांव में सुबह लगभग दस बजे मेरठ एसपी विवेक यादव और परतापुर कोतवाली प्रभारी शैलेंद्र प्रताप सिंह के नेतृत्व में आरपीएफ के जवान और पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे। दादरी तहसील के लेखपाल शीतला प्रसाद की पैमाइश पर यशपाल तोमर की अवैध भूमि को कुर्क करने का बोर्ड लगाया गया।टीम ने शिवनाडर विवि, दादरी बाईपास और जीटी रोड पीर के पास लगभग 135 बीघा जमीन को जब्त कर लिया। इस मौके पर प्रधान पति मनीष भाटी सहित लगभग बीस पीड़ित पट्टा धारक भी थे।यशपाल पर मेरठ में हत्या का मामला दर्ज किया गया था। पुलिस मामले की जांच कर रही थी। जांच के दौरान ही पुलिस को पता चला था कि यशपाल फर्जी तरीके से पट्टा कराने के मामले में संलिप्त है। उसने अपने तीन नौकरों के नाम दादरी के चिटहेरा में करोड़ों की जमीन खरीदी है। जिलाधिकारी मेरठ के आदेश पर इसे चिह्नित किया गया।मेरठ एसपी विवेक यादव के नेतृत्व में चिटहेरा गांव में मुनादी कराई गई। लोगों से कहा गया कि यशपाल या किसी अन्य से डरने कीआवश्यकता नहीं है। अगर किसी पट्टे धारक की जमीन यशपाल तोमर ने डरा धमकाकर सस्ते दाम में खरीदी है तो मेरठ पुलिस से संपर्क कर सकता है। लोगों से कहा गया कि कुर्क की गई जमीन व लगाए गए बोर्ड से छेड़छाड़ न करें।यशपाल पर उत्तराखंड और हरिद्वार में भी मुकदमे दर्ज हैं। कुछ सप्ताह पूर्व उत्तराखंड एसटीएफ टीम ने यशपाल की दिल्ली और ग्रेटर नोएडा में करोड़ों रुपये की संपत्ति जब्त की थी। फर्जी तरीके से जमीन अपने नाम कराने के मामले में वह लंब समय से सक्रिय है। पिछले वर्ष शासन स्तर पर हुई शिकायत के बाद यूपी एसटीएफ, मेरठ व जिला प्रशासन गौतमबुद्ध नगर के द्वारा जांच की जा रही है। दो दिन पूर्व ही जिला प्रशासन गौतमबुद्ध नगर ने उसे भूमाफिया घोषित किया था। उत्तराखंड के साथ ही मेरठ प्रशासन ने यशपाल की संपत्ति जब्त करने की कार्रवाई की।
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