फ्यूचर लाइन टाईम्स। दिनांक 30 मार्च को राज्य सभा के सांसद अशोक वाजपेई द्वारा सदन में हिंदू मंदिरों से सरकार का अधिग्रहण हटाकर अन्य धार्मिक स्थलों की तरह हिंदू मंदिरों को भी स्वतंत्र करने एवं मंदिर व्यवस्था को मजबूत बनाने की जो बात रखी गई की प्रशंसा की गई है साथ ही भारतीय संविधान के अनुक्षेद्र 341 में अनुसूचित जाति के संबध में जो व्यवस्था दीगाई है, कि अगर वो धर्मांतर करते हैं, तो उनकी वो सुविधाएं समाप्त हो जायेगी जो आरक्षण में मिलती है ये व्यवस्था 342, अनुक्षेद जो एसटी के आरक्षण के संबंध में है,भी लागू होनी चाहिए की आबाज उठाने के परिपेक्ष में हिंदू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी चक्रपाणि महाराज, ब्रह्म समाज एकता समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष अरूण दीक्षित, दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष बालकिशन शर्मा,राष्ट्रीय मुख्य महासचिव कुंवर अमित राज दीक्षित ने राज्य सभा सांसद माननीय डाक्टर अशोक बाजपेई के दिल्ली स्थित आवास पर मुलाकात कर उन्हें तिलक लगाकर, माला और पटका पहना कर उनका अभिनंदन किया और सर्वसम्मति से दोनों संगठनों द्वारा यह निर्णय लिया गया कि इस संबंध में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं गृह मंत्री माननीय अमित शाह को पत्र लिखकर इन बिंदुओं पर गहराई से विचार कर अमलीजामा पहनाने के लिए आवश्यक संविधान संशोधन करने के लिए एक अनुरोध पत्र प्रेषित किया जाए इसके साथ साथ दिनांक 26/12/2021 को भाजपा नेतृत्व के समक्ष ब्रह्म समाज एकता समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष अरुण अरुण दीक्षित द्वारा जो प्रस्ताव ब्राह्मण कुल शिरोमणि भगवान परशुराम की जन्म स्थली जलालाबाद जनपद शाहजहांपुर उत्तर प्रदेश को पर्यटक स्थल घोषित कर उसका समुचित विकास किए जाने का तथा केंद्रीय स्तर पर तथा उत्तर प्रदेश स्तर पर सवर्णों के हित में सवर्ण कल्याण बोर्ड एवं एवं आयोग के गठन का प्रस्ताव दिया गया था प्रदेश स्तर के समस्त ब्राह्मण नेताओं द्वारा इस पर पूर्ण सहमति प्रकट की गई थी और हाईकमान का निर्णय हुआ था।
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