ग्रेटर नोएडा।अगर आप दिल्ली से आगरा के बीच यमुना एक्सप्रेस-वे के जरिये सफर करते हैं तो यह खबर आपके बेहद काम की है। दरअसल, यमुना एक्सप्रेस-वे पर बिना फास्टैग गुजरने वाले वाहनों को अब दोगुना शुल्क देना होगा। रविवार आधी रात से ये नियम लागू हो गया है। अब तक एक्सप्रेस-वे पर बिना फास्टैग वाहनों से केवल तय शुल्क ही वसूला जाता था। यमुना एक्सप्रेस-वे पर वाहनों के जाम से निजात के लिए प्राधिकरण के निर्देश पर फास्टैग सुविधा लागू हुई थी। जून में इसकी शुरुआत दोनों ओर की दो-दो लाइन को फास्टैग कर की गई थी। अब एक्सप्रेस-वे की सभी लेन फास्टैग हो गई है। साथ ही बिना फास्टैग वाहनों पर दोगुना शुल्क वसूलने का नियम भी लागू हो गया है।यहां पर बता दें कि कोहरे के चलते यमुना एक्सप्रेस वे पर वाहनों की रफ्तार 15 फरवरी तक कम ही रहेगी। दरअसल यमुना एक्सप्रेस-वे ओद्योगिक विकास प्राधिकरण ने दिसंबर महीने में ही कोहरे की वजह से होने वाले हादसों की रोकथाम के लिए प्राधिकरण ने 15 फरवरी तक यमुना एक्सप्रेस वे पर वाहनों की अधिकतम रफ्तार सौ किमी प्रति घंटा से घटाकर 75 किमी प्रति घंटा कर दी थी। कोहरे का प्रकोप दोबारा बढ़ने और एक्सप्रेस वे पर हादसों को देखते हुए गति सीमा को 15 फरवरी तक यथावत रखने का फैसला किया गया था। 75 किमी प्रति घंटा से तेज चलने वाले वाहनों के चालान काटे जाएंगे। यमुना एक्सप्रेस वे कोहरे के दौरान हादसे बढ़ जाते हैं। इसे देखते हुए प्राधिकरण ने 15 दिसंबर से 15 फरवरी तक वाहनों की अधिकतम रफ्तार सौ से घटाकर 75 किमी प्रति घंटा कर दी थी। वहीं भारी वाहनों के लिए यह रफ्तार अस्सी से घटाकर साठ किमी प्रति घंटा कर दी गई थी। कुल मिलाकर एक्सप्रेस वे पर वाहनों की अधिकतर रफ्तार 75 किमी प्रति घंटा ही रहेगी। इससे तेज चलने वाले वाहनों के खिलाफ चालान की कार्रवाई होगी।
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