गौतम बुद्ध नगर। उत्तर प्रदेश में विधानसभा 2022 के चुनावों की तैयारियां जोरों पर है प्रत्येक पार्टी के नेता अपने आका के द्वारा मिले आश्वासन पर चुनावी अखाड़े में अपनी ताल मजबूती से ठोक रहे हैं। होल्डिंग पर लटके और दीवार पर चिपके प्रत्येक नेता यह महसूस कर रहा है निश्चित रूप से विधानसभा प्रत्याशी पार्टी की तरफ से मैं ही बनूंगा चाहे नेता जी ने पूरे 5 वर्ष पार्टी के लिए समर्पित होकर काम किया हो या ना किया हो। इस दौरान एक दूसरी पार्टियों में माननीय नेताओं का आने जाने वाला दौर भी भरपूर रूप से जारी है। लेकिन अपने आका से मिले आश्वासनों पर पूरी ताक़त के साथ नव वर्ष 2022 की शुभकामनाएं देते हुए पौस्टर और होर्डिंग पर जबरदस्त रूपयों की बर्बादी की जा रही है। कहीं माननीय नेता जी पोल पर लटके हुए हैं तो कहीं दीवार पर चिपके हुए हैं। शहर में एक उदाहरण विशेष रूप में देखने को मिल रहा है जहां पर पक्ष व विपक्ष आपस में पार्टी की विचारधारा पर एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाए जाते हैं । लोकतंत्र की सुंदरता को दर्शाते हुए ज़िले के हाईवे पर रोड पर एक ही पोल व एक ही दिवार पर भाजपा, कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी, आम आदमी पार्टी एवं अन्य पार्टियों के नेता मजबूती से एक साथ पोलो पर बंधे हुए हैं और दीवारों पर चिपके हुए हैं। अब देखना होगा आका किसका मजबूत है। कौन किस पार्टी से विधायक प्रत्याशी के रूप में होगा ? गौतम बुद्ध नगर की तीनो सीटें भाजपा के खाते में है लेकिन अन्य पार्टियों के विधायक प्रत्याशी मजबूत दावेदार के साथ मैदान में उतरने को बेताब है।
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