गौतम बुध नगर ग्रेटर नोएडा:कासना में ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण के द्वारा सन 2008 में राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान का निर्माण कराया गया था जिस निर्माण में 900 करोड़ रुपए खर्च कर अस्पताल बनाया गया। लेकिन निर्माण कार्य में ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों एवं आर्किटेक्ट की लापरवाही व भ्रष्टाचार के कारण अस्पताल के बेसमेंट से लगातार पानी निकल रहा है। जिस बिल्डिंग की जांच आईआईटी रुड़की के द्वारा कराई गई। बिल्डिंग को आईआईटी रुड़की ने फेल करार दिया। आईआईटी रुड़की के द्वारा इस बिल्डिंग को ठीक करने के लिए 23 करोड़ 31 लाख रुपए का बजट तैयार कर ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण को ठीक करने के लिए कहा गया। जिसका विरोध करप्शन फ्री इंडिया संगठन ने हल्ला बोल प्रदर्शन कर ज्ञापन सौंपकर कार्यवाही की मांग की।करप्शन फ्री इंडिया संगठन के संस्थापक चौधरी प्रवीण भारतीय ने बताया कि ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के द्वारा कासना में राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान अस्पताल का निर्माण कराया गया था जिस निर्माण कार्य में ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के इंजीनियरों एवं आर्किटेक्ट के द्वारा लापरवाही एवं भ्रष्टाचार किया गया। जिस भ्रष्टाचार के कारण अस्पताल के बेसमेंट की दीवारों एवं जमीन से लगातार पानी निकल रहा है। जिस वजह से अस्पताल की बिल्डिंग लगातार कमजोर होती जा रही है। इस बिल्डिंग को ठीक करने के लिए आईआईटी रुड़की ने 23 करोड़ 31 लाख रुपए का बजट तैयार कर ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण को दिया था। लेकिन करप्शन फ्री इंडिया संगठन ने हल्ला बोल प्रदर्शन कर ज्ञापन के माध्यम से प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक नरेंद्र भूषण से यह मांग की इस भ्रष्टाचार की वसूली आर्किटेक्ट एवं प्राधिकरण के इंजीनियरों से की जाए ताकि जनता का पैसा दोबारा बर्बाद होने से बच सकें। इस पत्र का संज्ञान लेते हुए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में जनता के पैसे को ध्यान में रखते हुए राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान के बेसमेंट को ठीक करने के लिए स्वयं राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान को इसकी जिम्मेदारी सौंपी है।
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