गाजियाबाद!कौन कहता है कि पत्रकारों के चालान नहीं करती पुलिस ! यदि ऐसा होता तो जर्नलिस्ट दीपेंद्र सिंह राजपूत का भी चालान जो आज हुआ वह नहीं होता ! नियम कानून सभी के लिए बराबर जो लोग यह मानते है ! की पत्रकारों को पुलिस छोड़ देती है यह सरासर गलत नियम कानून सबके लिए बराबर यह मामला आज सुबह नोएडा छजारसी के पास का जब पत्रकार दीपेंद्र सिंह राजपूत अपने दो पहिया वाहन से जा रहे थे व उनने तो हैलमेट लगाया हुआ था परंतु उनके पीछे बैठे व्यक्ति ने हैलमेट नहीं पहना हुआ था तो वहां मौजूद ट्रैफिक पुलिस हैड कांस्टेबल ने तुरंत उनका आन लाईन चालान कर दिया ! जब मैसैज जर्नलिस्ट दीपेंद्र सिंह राजपूत के फोन मे आया तो ! उन्होनें मौजूद हैंड कांस्टेबल से बात की और कहां तो ट्रैफिक पुलिस हैड कांस्टेबल ने कहां यदि आप बता देते की आप एक प्रतिष्ठित बैनर से तो हम कुछ सोचते अब यहां यह भी सवाल उठता है कि कुछ लोगों के चक्कर में पुलिस सभी को एक ही चसमें के नजरिये से देखती है उसे यहीं पता नही कोन सही मायने पत्रकार और कोन नही यह भी सवाल उठता है फिर पत्रकार दीपेंद्र सिंह राजपूत ने कहां की पीछे बैठे उनके बाईक पर बैठै व्यक्ति ने ट्रैफिक नियम का उल्लंघन किया है तो वह जरूर चालान भरेंगें क्योंकि किसी को कानून को अपने हाथ मे लेने का कोई अधिकार नहीं ! तब हैड कांस्टेबल ने पीठ थफ थफ आईं और मुसकारें लगें , साथ ही जर्नलिस्ट दीपेंद्र सिंह ने कहां और एक सवाल जो हैड कांस्टेबल ने सबसे पहले उनसे पूछा था आपको बताना चाहिए था कि आप प्रतिष्ठित बैनर से जब जर्नलिस्ट दीपेंद्र सिंह ने बड़े ही धैर्य से कहां और जवाव दिया की पत्रकारिता की धोश देना यह तरीका ठीक नहीं क्योंकि नियम कानून सभी के लिए बराबर चाहे फिर कोई क्यों ना हो ।।
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