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स्वयंसेवकों ने ली निष्पक्ष मतदान की शपथ।

फ्यूचर लाइन टाईम्स, शफ़ी मोहम्मद शैफ़ी संवाददाता ग्रेटर नोएडा।
ग्रेटर नोएडा। एन.एस.एस. के ओरिएंटेशन कार्यक्रम के दूसरे दिन स्वयंसेवकों ने ली निष्पक्ष मतदान की शपथ साथ ही ओ.डी.ओ.पी. पर हुई कार्यशाला  ।
गौतम बुद्ध विश्व-विद्यालय में राष्ट्रीय सेवा योजना (एन.एस.एस.) के तत्वावधान में चल रहें तीन दिवसीय  ओरिएंटेशन कार्यक्रम के दूसरे दिन बनारस हिन्दु विश्व- विध्यालय में एन.एस.एस. के विश्व-विद्यालय समन्वयक एवं जनसंचार विभाग के प्रो. बाला लखेंद्र एवं डा. नीलु मिश्रा द्वारा सभी स्वयंसेवकों को मतदाता पहचान पत्र बनवाने की प्रक्रिया से अवगत कराया गया तथा जिनके पहचान पत्र नहीं बने हैं उन्हें बनवाने के लिए प्रेरित किया गया। साथ ही सभी को निष्पक्ष मतदान की शपथ दिलाई गईं। प्रो. लखेंद्र ने सभी स्वयंसेवकों को इस दिशा में अपने अपने क्षेत्रों में जागरूकता फैलाने हेतु भी प्रेरित किया। दूसरे सत्र के अन्तर्गत शिक्षा मंत्रालय भारत सरकार के इंस्टिट्यूशन इनोवेशन काउन्सिल पहल के तहत ग्रामीण उद्यमी विकास सेल (रूरल एंटरप्रिन्योर डेव्हलपमेण्ट सेल) एवं महात्मा गाँधी नेशनल काउन्सिल आफ रूरल एजुकेशन हैदराबाद की ओर से प्रो. तूती संध्या द्वारा एक जनपद एक उत्पाद, आत्मनिर्भर भारत, वोक़ल फ़ार लोक़ल, मेड इन इण्डिया कि संकल्पना को मुर्त रूप देने के उद्देश्य से ग्रामीण उद्यमशीलता से सम्बन्धित एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। अगले सत्र में कार्यक्रम अधिकारी डा. प्रकाश चन्द्र दिलारे ने सभी स्वयंसेवकों को सत्र की रिपोर्ट लिखना, गतिविधियों की जानकारी एन.एस.एस. की डायरी में भरना तथा क्षेत्र की समस्याओं को समझने के क्रम में जानकारी जुटाना जैसे कार्यों से सम्बंधित चर्चा कर उनके प्रश्नों के समाधान सुझाने का प्रयास किया। विश्व-विध्यालय समन्वयक (एन.एस.एस.) डा. सुशील कुमार ने बताया कि इस तीन दिवसीय कार्यक्रम के तीसरे दिन यानी सोमवार को हम सभी स्वयंसेवकों को अपनी अपनी इकाइयों से सम्बंधित गाँव में भ्रमण के लिए ले जाएँगे। जिससे सभी ग्रामवासियों के साथ चर्चा कर उनके कार्यकलापों, संस्कृति, विश्वासों और समस्याओं पर चर्चा कर उन्हें समझने और समस्याओं के समाधान की दिशा में साझा प्रयास किया जा सकें। कार्यक्रम की अध्यक्षता गणित विभाग के विभागाध्यक्ष डा. अमित अवस्थी द्वारा की गई। कार्यक्रम का संचालन दिव्यांशी सिंह ने किया। यह कार्यक्रम भी प्रथम दिन की तरह आन लाइन और आफ लाइन दोनों माध्यमों में संचालित किया गया जिसमें प्रथम वर्ष के लगभग 100 स्वयंसेवक आन लाइन एवं द्वितीय और तृतीय वर्ष के लगभग 200 स्वयंसेवक आफलाइन कार्यक्रम में शामिल हुए जिनके साथ सभी कार्यक्रम अधिकारी डा. नागेन्द्र सिंह, डा. भावना जोशी और डा.समर रक्शिन के साथ विश्व-विध्यालय के अन्य प्राध्यापकगणों की गरिमामयी उपस्थिति रही।

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