फ्यूचर लाइन टाईम्स, मनोज तोमर ब्यूरो चीफ गौतमबुद्ध नगर।
ग्रेटर नोएडा। डीएमआईसी परियोजना से प्रभावित किसानों की डीएम से आज हुई वार्ता में कुछ मुद्दों पर सहमति बनी, अधिकतर मुद्दों पर ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण का हस्तक्षेप होने के कारण नहीं बनी सहमति, कल कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन के बाद से पल्ला गांव में धरनारत किसानों ने अब 17 दिसम्बर को प्राधिकरण का घेराव करने का लिया निर्णय।
किसान अधिकार युवा रोजगार आंदोलन के आह्वान पर कई किसान संगठनों द्वारा कल दिनांक 13 दिसम्बर को जिला कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन के बाद दादरी के पल्ला गांव में अनिश्चितकालीन धरने पर बैठने का निर्णय लिया था।किसानों ने तय कार्यक्रम के अनुसार आज दोपहर 1 बजे जिलाधिकारी सुहास एलवाई से वार्ता की। वार्ता में किसानों के बच्चों को डीएमआईसी परियोजना में रोजगार दिए जाने तथा पात्र भूमिहीनों को भी रोजगार और पुनर्वास आदि के लाभ दिए जाने पर तो सहमति बनी परन्तु 4 गुना मुआवजा, 20% प्लॉट तथा आबादियों को ज्यों का त्यों छोड़े जाने के मामले में ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण का हस्तक्षेप होने के कारण सहमति नहीं बन पाई है। उधर उल्टा आज ही प्राधिकरण द्वारा डीएमआईसी से प्रभावित पल्ला, चिटहेरा, कठेड़ा और बोडाकी आदि गांवों में किसानों की पुश्तैनी आबादियों को अवैद्य बताते हुए 1 सप्ताह में हटा लेने के नोटिस चिपकाने हेतु भेजे जाने की कार्यवाही को किसानों ने गैर कानूनी व प्राधिकरण का तानाशाही रवैया बताया है।
किसानों ने इसका पुरजोर विरोध करते हुए सर्व सम्मति से निर्णय लिया है कि वह 17 दिसम्बर को ग्रेटर नोएडा का घेराव करेंगे। किसानों ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगों को पूरा नहीं किया गया तो वह अपनी जमीन पर कब्जा नहीं होने देंगे।
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