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राष्ट्रीय सेवा योजना के तीन दिवसीय ओरियंटेशन कार्यक्रम का हुआ शुभारम्भ

फ्यूचर लाइन टाईम्स, शफ़ी मोहम्मद शैफ़ी संवाददाता ग्रेटर नोएडा।
ग्रेटर नोएडा। राष्ट्रीय सेवा योजना गौतम बुद्ध विश्व-विध्यालय में तीन दिवसीय ओरियंटेशन कार्यक्रम का शुभारम्भ हुआ। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में अंशुमाली शर्मा राज्य जनसम्पर्क अधिकारी राष्ट्रीय सेवा योजना (एन.एस.एस.) उच्च शिक्षा विभाग उ.प्र. सरकार ने शामिल होकर सभी स्वयंसेवकों का उत्साहवर्धन किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रो. एन. पी. मलकानिया अधिष्ठाता शैक्षिक द्वारा की गई। कार्यक्रम में अधिष्ठाता योजना और शोध प्रो. पी. के. यादव, अध्यक्ष विश्व-विध्यालय परीक्षा विभाग डा. विक्रान्त नयन एवं डा. चन्द्र शेखर पासवान सहायक कुलसचिव की गरिमामयी उपस्थिति ने सभी स्वयंसेवकों को सक्रिय भागीदारी के लिए प्रेरित किया। कार्यक्रम की शुरुआत एन.एस.एस. स्वयंसेविकाओं (साक्षी, ललिता, दीपा और चारु) द्वारा प्रस्तुत माँ शारदा की वन्दना से हुई साथ की अन्य स्वयंसेविका नन्दनी कुमारी द्वारा प्रस्तुत नृत्य ने सभी का मन मोह लिया। डा. सुशील कुमार विश्व-विद्यालय समन्वयक एन.एस.एस. ने स्वागत वक्तव्य के माध्यम से सभी अतिथियों का स्वागत किया। अधिष्ठाता छात्र कल्याण डा. मनमोहन सिहं सिशोधिया ने सभी का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का संचालन स्वयंसेविका कृतिका त्यागी एवं सोनाली बिष्ट ने संयुक्त रूप से किया। कार्यक्रम अधिकारी डा. प्रकाश चन्द्र दिलारे ने विषय परिचय कराते हुए सभी स्वयंसेवकों को एन.एस.एस. कि कार्यप्रणाली एवं गतिविधियों से परिचित कराया। साथ ही बताया कि ये ओरियंटेशन कार्यक्रम तीन दिन 2, 3 और 6 दिसम्बर को होगा जो पूरे 20 घण्टे का होगा। जिसमें उद्घाटन सत्र के अलावा 05 विषय विशेषज्ञों द्वारा विभिन्न विषयों (एन.एस.एस. उ.प्र. के दिशानिर्देशानुसार) पर वक्तव्य सत्र के साथ एक दिन का क्षेत्र भ्रमण शामिल हैं। जिसके माध्यम से पास के गाँवों में जाकर ग्रामवासियों से साथ विचार विमर्श कर उनकी समस्याओं से सभी स्वयंसेवकों को अवगत कराकर उनके समाधान कि दिशा में कार्य करने हेतु प्रेरित किया जा सकें। यह कार्यक्रम आनलाइन और आफलाइन दोनों माध्यमों में आयोजित किया जा रहा हैं। जिसमें प्रथम वर्ष के छात्रों के लिए आनलाइन और अन्य सभी छात्रों के लिए आफलाइन आयोजित किया जा रहा हैं। कार्यक्रम में कार्यक्रम अधिकारी डा. नागेन्द्र सिंह, डा. समर रक्सिंन और डा. भावना जोशी के साथ तीनों इकाइयों के 300 स्वयंसेवकों ने भाग लिया।

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