फ्यूचर लाइन टाईम्स, विवेक जैन संवाददाता बागपत।
बागपत में आयोजित हुए भट्टा कारोबारियों के महासम्मेलन में प्रदेश और राष्ट्रीय स्तर के अनेकों पदाधिकारियों ने की शिरकत।
भट्टा कारोबारियों के समक्ष आ रही विभिन्न प्रकार की समस्याओं और उनके निस्तारण पर विस्तार से हुई चर्चा।
बागपत, उत्तर प्रदेश।बागपत। जनपद बागपत में पश्चिम उत्तर प्रदेश ईट निर्माता संघ द्वारा एक महासम्मेलन का आयोजन किया गया, जिसमें भट्टा करोबारियों के समक्ष आ रही विभिन्न समस्याओं और उसके निस्तारण पर विस्तृत चर्चा हुई।
नगर के दिल्ली रोड स्थित ग्रीन गार्डन में आयोजित हुए महासम्मेलन में तय किया गया कि जब तक भारत सरकार कोई ठोस नीति भट्टा संचालन के लिये तैयार करे, तब तक के लिये राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण के आदेश को स्थगित कराया जाये। देश में लाल ईट के प्रयोग पर जहॉं-जहॉं प्रतिबन्ध लगाया गया है, उसे वापिस लिया जाये। देश में कोयले की खानों पर लगी रोक को हटाया जाये ताकि उद्योग को उचित दरों पर कोयला उपलब्ध हो सके। कृषि अपशिष्ट को ईट निर्माण में प्रयोग हेतू अनुमति प्रदान की जाये। कैरिंग कैपिशिटी का आधार तय किया जाये, जो व्यवहारिक एवं सर्वमान्य हो। भट्टा संचालन की समय सीमा सरकार द्वारा तय की जाये। देश व जनहित में भट्टो पर ईट फुकाई का कार्य एक मार्च से 30 जून तक किया जाये। ईट उद्योग ग्रामीण उद्योग है, उसके लिये श्रम कानून शहरी उद्योगों से प्रथक बनाया जाये। सम्मेलन की अध्यक्षता पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष केपी सिंह ने व संचालन प्रदेश महामंत्री भूपेन्द्र मलिक और बागपत जिला महामंत्री नीरज नैन ने संयुक्त रूप से किया। सम्मेलन में राष्ट्रीय महामंत्री ओमबीर भाटी, उत्तर प्रदेश के वरिष्ठ संरक्षक विजय गोयल, पूर्व राष्ट्रीय महामंत्री रविन्द्र तेवतिया, जयकरण गुप्ता, विनोद गुप्ता, प्रमोद गुप्ता, राजेन्द्र सिंह, इन्द्रपाल सिंह, आनन्दपाल राणा सहित राष्ट्रीय, प्रदेश और जिला स्तर के अनेकों पदाधिकारियों व भट्टा कारोबारियों ने शिरकत की।
0 टिप्पणियाँ