गौतम बुद्धनगर।दादरी मुंबई से स्टेरॉइडस प्रोटीन, ड्रग्स का रॉ मैटेरियल लाकर बादलपुर में विदेशी लेबल लगाकर पैकिंग की जाती थी। केजीपी के रास्ते से हरियाणा राज्य में पिछले 6 माह से बडे पैमाने पर तस्करी हो रही थी। बिना लाइसेंस के ड्रग्स का तैयार किया जा रहा था, ड्रग्स विभाग ने बरामद ड्रग्स के 20 नमूने लेकर जांच के लिये लैब भेजे है। आरोप में एक बीटेक इंजीनियर समेंत 3 को अरेस्ट किया जबकि अन्य दो फरार है।
पुलिस के मुताबिक, बादलपुर के बिसनूली गांव में मकान खरीदकर उसमें नकली स्टेरॉइड बनाने का धंधा पिछले 6 माह से बडे स्तर पर चल रहा था। मेरठ मंडल के जिला मेरठ, बुलंदशहर, नोएडा, बिजनौर व गाजियाबाद जिलों के ड्रग्स विभाग की टीम ने पुलिस के साथ मिलकर सूचना मिलने पर बादलपुर के बिसनूली गांव मे छापेमारी की उसमें मूल निवासी वाराणसी हाल निवासी छपरौला अनुज कुमार सिंह, ने चैनई से बायोटैक में बीटेक करके 7 साल कंपनियों में नौकरी करने बाद से पिछले 6 माह से यहां पर धंधा कर रहा था, खानपुर बुलंदशहर निवासी बचन कुमार व अलीनगर चंदौली निवासी प्रीमत उर्फ गोलू को शनिवार को अरेस्ट किया। आरोप है हरियाणा के रहने वाले दो अन्य लोगों के साथ मिलकर मुंबई से स्टेरॉइडस का रॉ मैटेरियल लाकर उसमें विदेशी लेबल लगाकर पैंकिंग करते इसके अलावा इंजेक्शन का निमार्ण करते थे। लग्जरी कार से केजीपी के रास्ते हरियाणा के राज्य की बडी बडी जिम्स मेें स्पलाई करने का धंधा किया जाता था।इसके सेवन से नपुंसकता आती हैः ड्रग्स इंस्पेक्टर वैभव बब्बर ने बताया कि यह हार्मेनस की ग्रोथ करता है इसके अधिक सेवन से युवाओ में नपुनसकता आ सकती है। जिम्स करने वाले लोग बॉडी बनाने के लिये इसका सेवन अधिक मात्रा मंें करते है। बरामद प्रोटीन के 20
0 टिप्पणियाँ