ग्रेटर नोएडा। न्याय पाने के लिए पक्षकार को स्वच्छ हृदय से आना चाहिए तथा जमानत एक अधिकार है जबकि कारागार एक अपवाद है। उक्त बातें जिला कारागार गौतम बुद्ध नगर (लुकसर जेल) में जनपद न्यायालय गौतम बुद्ध नगर के द्वारा आयोजित लोक अदालत में सिविल जज वरिष्ठ श्रेणी ए. सी.जे.एम विकास कुमार वर्मा ने कही। उक्त अवसर पर उनकी सहयोगी न्यायाधीश सिविल जज कनिष्ठ श्रेणी प्रगति सिंह ने कहा कि न्याय चला निर्धन के द्वार के अनुसरण में जनपद न्यायालय द्वारा एक मुहिम के रूप में कारागार में निरुद्ध उन बंदियों को जिन्होंने अपनी सजा का अधिकांश भाग अथवा उससे भी अधिक सजा प्राप्त कर लिया हो जमानत विधि के शासन के परिणाम रूप में दिया जाना चाहिए। उक्त अवसर पर उक्त न्यायाधीश द्वय ने जनपद कराएगा में निरुद्ध बंदियों की पत्रावलियों का अवलोकन कर त्वरित कार्यवाही एवम प्रकरण के निस्तारण की प्रकिया प्रारम्भ किया। उक्त अवसर पर गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय के छात्रगण सौरभ, शुभम, मानसी, अंजलि ने प्रतिभाग किया था शारदा विश्वविद्यालय के छात्रगण भी उपस्थित रहे। उक्त कार्यक्रम में शिक्षक प्रतिनिधि के रूप में समन्वयक, निःशुल्क विधिक सहायता केंद्र, गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय डॉ सन्तोष कुमार तिवारी उपस्थित रहे। उक्त अवसर पर जिला कारागार के विभिन्न अधिकारी एवम कर्मचारी उपस्थित रहे। अंत में जेलर जे. पी.तिवारी ने आभार एवम धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया और इस प्रकार के बार बार आयोजन की बात कही ताकि न्यायालय के वाद बहुलता को रोका जा सके, सरकारी व्यय को कम किया जा सके और सबसे महत्वपूर्ण पक्षकारों को न्याय दिलाया जा सके।
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