दादरी । अखिल भारतीय वीर गुर्जर महासभा गौतमबुद्धनगर इकाई के द्वारा अंतरराष्ट्रीय गुर्जर दिवस के अवसर पर गुर्जर प्रतिहार सम्राट मिहिर भोज की जयंती मनाई गई। इस अवसर पर दादरी स्थित मिहिर भोज बालिका इंटर कॉलेज मे गुर्जर प्रतिहार सम्राट मिहिर भोज की मूर्ति माल्यार्पण किया गया। माल्यार्पण से पहले हवन यज्ञ का आयोजन किया गया। इस अवसर पर बोलते हुए अखिल भारतीय वीर गुर्जर महासभा के जिलाध्यक्ष श्याम सिंह भाटी एडवोकेट ने बताया कि गुर्जर प्रतिहार वंश ने अरब के आक्रांता 300 वर्षों तक धर्म और संस्कृति की रक्षा की । भारत के इतिहास में गुर्जर प्रतिहार वंश के योगदान को एक षडयंत्र के तहत दबाया गया है। आज समाज नौजवान बहुत मेहनत करके अपने इतिहास को खोज करके ला रहे है। समाज मे एकजुटता और जागृति के लिए गुर्जर समाज के हर गांव में गुर्जर प्रतिहार सम्राट मिहिर भोज की मूर्ति लगवाने का लक्ष्य लेकर के चलना होगा और कहा कि हम सब लोगों को अब गांव- गांव जाकर गुर्जर समाज को जगाना होगा और उन्हें शिक्षा एवं संस्कार का महत्व समझाना होगा। इस अवसर पर इंदर प्रधान ने कहा कि गुर्जर समाज ने सदैव देश और धर्म की रक्षा के लिए बलिदान दिया है और समाज आगे राष्ट की रक्षा के लिए समर्पित रहेगा। गुर्जर समाज अब जागरूक हो रहा है, समाज के नौजवान आगे बढ़कर देश को गौरवान्वित कर रहे है। मौके पर उपदेश नागर ने कहा कि सम्राट मिहिर भोज आठवीं सदी के प्रतापी राजा थे। जिन्होंने सनातन संस्कृति की रक्षा के लिए उत्कृष्ट कार्य किये। सम्राट मिहिर भोज की जयंती को अंतरराष्ट्रीय गुर्जर दिवस के रूप में मनाया जाता है। हमें सम्राट मिहिर भोज को आदर्श मानते हुए अपने राष्ट्र और संस्कृति की रक्षा के लिए कार्य करने चाहिए। मौके पर मुख्य रूप से विकास भनोता, विपिन नागर, विकास पल्ला राजकुमार रूपवास, सुमित नागर, मोहित नागर, विपिन कसाना, प्रशांत भाटी, विक्रांत चौधरी, संजीव नागर, अमित चेची व प्रभांशु नागर उपस्थित रहे
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