वैश्विक पटल पर सीईओ ने निवेशकों से ग्रेनो में निवेश का किया आह्ववान।
ग्रेटर नोएडा। ग्रेटर नोएडा में एक मेगावाट सौर ऊर्जा का प्लांट पहले से चल रहा है। दो मेगावाट का दूसरा प्लांट हवेलिया नाला पर बनाने की तैयारी है। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ नरेंद्र भूषण ने रिन्युवल एनर्जी एक्सपो के वैश्विक मंच पर देश-विदेश से आए प्रतिनिधियों के सामने ग्रेटर नोएडा के विकास से जुड़ी ऐसी कई योजनाओं का खाका खींचा। सीईओ ने विश्व भर के निवेशकों से ग्रेटर नोएडा में बड़े पैमाने पर निवेश का आह्वान किया। एक्सपो में शामिल प्रदर्शकों ने ग्रेटर नोएडा में निवेश की इच्छा भी जताई।
ग्रेटर नोएडा के एक्सपो मार्ट में रिन्युवल एनर्जी के तीन दिवसीय एक्सपो का बुधवार से आगाज हुआ। केंद्रीय राज्य मंत्री भगवंथ खुबा, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ नरेंद्र भूषण, जर्मनी के एंबेसडर वाल्टर जे. लिंडर, ब्रिटिश उच्चायुक्त एलेक्स इलिस, यूरोपियन युनियन टू इंडिया के एंबेसडर उगो अस्टुटो, रिन्युवल एनर्जी के आयोजक इनफोर्मा मार्केट के एमडी योगेश मुद्रास, पीडब्ल्यूसी इंडिया के चेयरमैन संजीव कृष्णन आदि ने दीप प्रज्वलित कर इसका शुभारंभ किया। इस आयोजन में देश-विदेश से आए प्रदर्शक शामिल हुए। इस अवसर पर ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ नरेंद्र भूषण ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक सूर्य एक विश्व एक ग्रिड का नारा दिया है। सूर्य को हम देवता मानते हैं वे कभी अस्त नहीं होते। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के इसी विजन पर ग्रेटर नोएडा भी आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि ग्रेटर नोएडा देश के सबसे अधिक ग्रीन शहरों में से एक है। ग्रेटर नोएडा एक मेगावाट सोलर बिजली का उत्पादन कर रहा है। बहुत जल्द इसे दोगुना करने की तैयारी में है। सीईओ ने कहा कि ग्रेटर नोएडा में 14 किलोमीर लंबी हवेलिया ड्रेन है, जिस पर सोलर पावर प्लांट लगाने की तैयारी है। यह दो मेगावाट का प्रोजेक्ट है। दो से तीन किलोमीटर ड्रेन पर सोलर पावर प्लांट का टेंडर भी एक माह में जारी कर दिया जाएगा। नरेंद्र भूषण ने कहा कि ग्रेटर नोएडा ने पिछले सप्ताह ही 70 हजार एलईडी स्ट्रीट लाइट लगाने के लिए टेंडर अवार्ड कर दिया गया है। इस पर करीब 50 करोड़ रुपये सात खर्च होंगे। इससे ऊर्जा की 50 फीसदी बचत होगी, जिससे कार्बन फुट प्रिंट कम हो जाएगा। ग्रेटर नोएडा के सभी बड़े भूखंडों पर सोलर पावर प्लांट लगाने के प्रावधान बनाने पर विचार कर रहा है।
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लॉजिस्टिक व ट्रांसपोर्ट हब से निवेश के द्वार खुलेंगे
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ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण दो और बड़ी परियोजनाओं पर काम कर रहा है। पहला, मल्टीमॉडल ट्रांसपोर्ट हब और दूसरा मल्टीमॉडल लॉजिस्टिक हब है। इन दोनों प्रोजेक्ट के बीच जंक्शन बनेगा। ये जंक्शन ईस्टर्न और वेस्टर्न डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर से जुड़ा होगा। ये दोनों प्रोजेक्ट निवेशकों के लिए ग्रेटर नोएडा में निवेशक का सुनहरा अवसर लाएंगे। ग्रेटर नोएडा में पांच विवि हैं। दो और विवि पाइपलाइन में हैं। तमाम इंजीनियरिंग कॉलेज हैं। ईज ऑफ डूइंग बिजनेस के मामले में ग्रेटर नोएडा देश के चुुनिंदा शहरों में शामिल है।
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कोरोना काल में ग्रेनो में 8000 करोड़ से अधिक का निवेश
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सीईओ ने कहा कि ग्रेटर नोएडा में कोरोना काल में 8000 से 9000 करोड़ रुपये का निवेश हुआ है। सीईओ ने निवेशकों से आह्वान किया कि ग्रेटर नोएडा में बिजनेस लगाएं। अपने लिए घर बनाएं। ग्रेटर नोएडा में निवेशकों को 30 दिन के भीतर जमीन आवंटित करने का वादा दोहराया। आप सब आएं, यहां रुकें और यहां के खूबसूरत गोल्फ कोर्स और वेटलैंड को देखें। उन्होंने रिन्युवल एनर्जी एक्सपो के आयोजन के लिए आयोजकों की सराहना की। केंद्रीय राज्यमंत्री भगवंथ खुबा ने प्रधानमंत्री की तरफ से सोलर पावर के तय लक्ष्य को दोहराया। 2030 में 450 गीगावाट सोलर एनर्जी उत्पादन करने का लक्ष्य है। केंद्रीय मंत्री ने दुनिया भर के प्रतिनिधियों से सोलर एनर्जी पर फोकस करने का आह्वान किया।
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ग्रेनो के स्टॉल में ट्रांसपोर्ट व लॉजिस्टिक हब प्रदर्शित
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तीन दिवसीय रिन्युवल एनर्जी एक्सपो में ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने अपना स्टाल लगाया है, जिसमें आईआईटीजीएनएल की इंटीग्रेटड टाउनशिप के अलावा मल्टीमॉडल ट्रांसपोर्ट हब व मल्टीमॉडल लॉजिस्टिक हब को प्रदर्शित किया गया है। ग्रेटर नोएडा के सेक्टर फाई वन के पास स्थित एसटीपी से सटे एक मेगावाट के सोलर प्लांट को भी प्रदर्शित किया गया है। उद्घाटन समारोह के बाद ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ नरेंद्र भूषण ने इस स्टॉल का जायजा भी लिया। कई कंपनियों ने ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के स्टॉल पर आकर शहर के बारे में जानकारी ली और निवेश की इच्छा जताई। इस दौरान डीजीएम केके वर्मा, सीनियर मैनेजर सलिल यादव व सुभाष चंद्रा आदि मौजूद रहे।
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