गौतमबुद्धनगर ,
दादरी में सम्राट मिहिर भोज की प्रतिमा के शिलापट्ट पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नाम को कालिख से पोत दिया गया। मंगलवार की सुबह समाजवादी पार्टी के जिला उपाध्यक्ष श्यामसिंह भाटी ने मुख्यमंत्री और दूसरे जनप्रतिनिधियों के नाम पर कालिख पोती है। इस मामले में मेरठ-सहारनपुर के शिक्षक एमएलसी श्रीचंद शर्मा ने कहा, "मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नाम पर कालिख पोतना उत्तर प्रदेश की 22 करोड़ जनता का अपमान है। इसके लिए समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को माफी मांगनी चाहिए।" श्रीचंद शर्मा ने बातचीत के दौरान कहा, "समाजवादी पार्टी का यह पहला काम नहीं है। गुंडागर्दी के दम पर सामाजिक मुद्दों को बर्बाद करना समाजवादी पार्टी के नेताओं का पुराना काम है। एक बार फिर दादरी में इसी तरह की ओछी राजनीति की गई है। समाजवादी पार्टी ना केवल सामाजिक वैमनस्यता को बढ़ावा दे रही है, बल्कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नाम पर कालिख पोतकर राज्य के 22 करोड लोगों को अपमानित किया गया है। योगी आदित्यनाथ किसी एक धर्म या जाति से जुड़े नहीं हैं, वह संवैधानिक पद पर अपने राज्य के 22 करोड लोगों का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं।"श्रीचंद शर्मा ने कहा, "पूर्व में अखिलेश यादव जी राज्य के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। उन्हें कम से कम इस बात की जानकारी होनी चाहिए। उनकी पार्टी के लोगों ने जो यह निंदनीय कृत्य किया है, इसके लिए अखिलेश यादव को तत्काल माफी मांगने चाहिए।" श्रीचंद शर्मा ने आगे कहा, "दादरी में जानबूझकर समाजवादी पार्टी से ताल्लुक रखने वाले नेता सामाजिक वैमनस्यता फैला रहे हैं लेकिन यह बात अब आम आदमी को पता चल चुकी है। दादरी में सम्राट मिहिर भोज का सम्मान बढ़ाया गया है। गलत ढंग से बातों को समाज के सामने पेश करके आने वाले विधानसभा चुनाव के लिए आधार तैयार किया जा रहा है। इससे उन्हें कोई फायदा मिलने वाला नहीं है।"
दादरी में सम्राट मिहिर भोज की प्रतिमा के शिलापट्ट पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नाम को कालिख से पोत दिया गया। मंगलवार की सुबह समाजवादी पार्टी के जिला उपाध्यक्ष श्यामसिंह भाटी ने मुख्यमंत्री और दूसरे जनप्रतिनिधियों के नाम पर कालिख पोती है। इस मामले में मेरठ-सहारनपुर के शिक्षक एमएलसी श्रीचंद शर्मा ने कहा, "मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नाम पर कालिख पोतना उत्तर प्रदेश की 22 करोड़ जनता का अपमान है। इसके लिए समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को माफी मांगनी चाहिए।" श्रीचंद शर्मा ने बातचीत के दौरान कहा, "समाजवादी पार्टी का यह पहला काम नहीं है। गुंडागर्दी के दम पर सामाजिक मुद्दों को बर्बाद करना समाजवादी पार्टी के नेताओं का पुराना काम है। एक बार फिर दादरी में इसी तरह की ओछी राजनीति की गई है। समाजवादी पार्टी ना केवल सामाजिक वैमनस्यता को बढ़ावा दे रही है, बल्कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नाम पर कालिख पोतकर राज्य के 22 करोड लोगों को अपमानित किया गया है। योगी आदित्यनाथ किसी एक धर्म या जाति से जुड़े नहीं हैं, वह संवैधानिक पद पर अपने राज्य के 22 करोड लोगों का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं।"श्रीचंद शर्मा ने कहा, "पूर्व में अखिलेश यादव जी राज्य के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। उन्हें कम से कम इस बात की जानकारी होनी चाहिए। उनकी पार्टी के लोगों ने जो यह निंदनीय कृत्य किया है, इसके लिए अखिलेश यादव को तत्काल माफी मांगने चाहिए।" श्रीचंद शर्मा ने आगे कहा, "दादरी में जानबूझकर समाजवादी पार्टी से ताल्लुक रखने वाले नेता सामाजिक वैमनस्यता फैला रहे हैं लेकिन यह बात अब आम आदमी को पता चल चुकी है। दादरी में सम्राट मिहिर भोज का सम्मान बढ़ाया गया है। गलत ढंग से बातों को समाज के सामने पेश करके आने वाले विधानसभा चुनाव के लिए आधार तैयार किया जा रहा है। इससे उन्हें कोई फायदा मिलने वाला नहीं है।"
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