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युवा भारत फाउंडेशन की सहसंस्थापक और अग्रणी समाजसेवी आशा यादव ने गाजियाबाद में धूमधाम से मनाया तीज का त्यौहार

फ्यूचर लाइन टाईम्स, महेश चन्द्रा की रिपोर्ट। 
गाजियाबाद। गाजियाबाद में कोरोना के सारे दिशानिर्देशों का पालन करते हुए आशा यादव ने अपनी साथी समाजसेवी महिलाओं के साथ पूर्ण रीती रिवाजों के साथ मनाया हरियाली तीज महोत्सव। त्यौहार मनाने के साथ ही उन्होंने लोगो को हरियाली तीज के महत्त्व को भी समझाया और जागरूक किया। उनका कहना है की सनातन संस्कृति में त्यौहार मनाने के पीछे कई कारण होते हैं। हमारे त्यौहार पूरे विश्व में सामाजिक समरसता की अनूठी मिसाल हैं। पूरा विश्व हिन्दू सनातन मान्यताओं को अपने जीवन में अपना रहा है। अगर त्योहारों के बहाने लोग पहले की तरह आपस में मिलते जुलते रहे तो ना तनाव होगा, ना कोई डिप्रेशन का शिकार होगा।
समाजसेविका आशा यादव के शब्दों में हरियाली तीज का महत्व- हरियाली तीज के दिन भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा की जाती है. माना जाता है कि इस दिन भगवान शिव और मां पार्वती का पुनर्मिलन हुआ था. इसलिए, हरियाली तीज पर सुहागिन स्त्रियां अपने पति की लंबी आयु के लिए व्रत करती हैं. आज के दिन पूजा में श्रृंगार की वस्तुएं मां पार्वती को चढ़ाई जाती हैं. व्रत के बाद महिलाएं नाचती गाती हैं और झूला झूलती हैं। 
कार्यक्रम में आशा यादव के साथ सुदेश, अंजना, निशु, श्रद्धा, शालू, संगीता, चारु, कमलजीत, शिवानी, आशा, रितु आदि महिलाओं ने प्रमुख रूप से भाग लिया और धूम धाम से त्यौहार मनाया।

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