ग्रेटर नोएडा। हेलमेट मैन अपने मित्र के दुर्घटना स्थल से लोगों को 75वे स्वतंत्रता दिवस पर हेलमेट बांटकर कहा सड़क सुरक्षा का टीका लेना ना भूलें।
सुबह 10:00 बजे स्वतंत्रता दिवस के शुभ अवसर पर 15 अगस्त के दिन नोएडा से ग्रेटर नोएडा की तरफ आने वाले कृष्ण द्वार पर हेलमेट मैन राघवेंद्र कुमार ने बिना हेलमेट चलने वाले को एक तिरंगा देकर हेलमेट दिया और कहा इसी जगह पर आज से 7 साल पहले मेरे मित्र की सड़क दुर्घटना में हेलमेट नहीं लगाने की वजह से मृत्यु हो गई थी. इसलिए आपको अपना मित्र समझकर हेलमेट दे रहा हूं ताकि आप सुरक्षित रह सकें.
हेलमेट मैन ने कहा दुनिया के लिए मेरा मित्र मर चुका है लेकिन हमारे लिए आज भी वह जिंदा है आज हम सबके बीच नहीं है लेकिन फिर भी उसके दुर्घटना वाले स्थान पर इतना सुंदर भव्य कृष्ण द्वार बन रहा है इसे कोई और नहीं बल्कि खुद मेरा मित्र कृष्ण बनवा रहा है. अगर एक्सप्रेसवे पर चलते वक्त कोई मेरे मित्र का नाम ले ले तो उसे खरोच भी नहीं आ सकती दुर्घटना में.
वैसे ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे को लोग मौत का भी एक्सप्रेसवे कहते हैं. यह भारत का सबसे ज्यादा खतरनाक हादसों वाला एक्सप्रेसवे बन चुका है. हेलमेट मैन ने आज इस स्थान से एक नई अध्याय की शुरुआत की है देश के हर नागरिक तक हेलमेट का महत्व बताने के लिए करोड़ों लोगों को अपने मिशन का हिस्सा बनाना चाहते हैं. हेलमेट मैन ने एक वेबसाइट helmetmanindia.com के नाम से शुरुआत की है.
जहां BIS स्टैंडर्ड के हेलमेट लिस्टेड होंगे जिसको भारत सरकार ने कंपनियों को हेलमेट मैनुफैक्चरिंग करने का लाइसेंस दिया है. यह सभी कंपनियां तय मानक अनुसार ओरिजिनल हेलमेट बनाती हैं.
जिसे कोई भी ऑर्डर देकर अपने घर मगा सकता है और उसके साथ में 5 लाख का दुर्घटना बीमा निशुल्क मिलेगा वह भी 75 साल के लिए. इसको सड़क सुरक्षा का टीका भी कह सकते हैं जिसका प्रतिवर्ष प्रीमियम हेलमेट मैन खुद दे रहे हैं. इसका एक और बेनिफिट है जिस परिवार में दुर्घटना होगी अनाथ बच्चों की ग्रेजुएशन तक शिक्षा निशुल्क रहेगी. ताकि आर्थिक समस्या के कारण किसी बच्चे की शिक्षा अधूरी ना रहे. यह सब कार्य हेलमेट मैन अपने पैसों से कर रहे हैं कोई भी सरकार या हेलमेट कंपनी बीमा कंपनी का योगदान नहीं है इसके लिए हेलमेट मैन के अपने जीवन का बहुत बड़ा त्याग है अपनी संपत्तियों को बेचकर इतना बड़ा अब तक कार्य कर रहे हैं.
हेलमेट मैन की सोच है हमारा भारत सड़क दुर्घटना मुक्त तभी बनेगा जब पूरा देश सौ प्रतिशत साक्षर होगा. पिछले 7 वर्ष में अब तक 22 राज्य में 49हजार हेलमेट बांटकर 7 लाख बच्चों तक निशुल्क पुस्तक पहुंचा चूके है. हेलमेट मैन के कार्य की सराहना भारत के परिवहन मंत्री नितिन गडकरी भी कर चुके हैं. आज के कार्यक्रम में उपस्थित शुभम सिंह गौरव सिंह मुकुंद सिंह अमित सिंह राणा साकिब करीमुद्दीन मोहम्मद जमील राघवेंद्र कुमार अभिषेक राहुल राघव झा इत्यादि.
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