नोएडा। पूर्व प्रत्याशी नोएडा दादरी विधान सभा व पूर्व सह सचिव IYC रघुराज सिंह ने अपने विचार रखते हुए कहा कि एक विचार मेरे मन मे आया उसे आप सबसे शैयर करने की इच्छा हुई । इसलिये भी अगर आप मेरी बातों से सहमत हो या ना हो अपने विचार जरूर लिखे । अक्सर प्रिंट मीडिया व इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के माध्यम से पता चलता है कि फला विभाग में चोरी,फला विभाग में घोटाला,फला जेल में हत्या,फला जिले में ये घोटाला ? मेरा प्रश्न ये है कि जब ये घोटाले,घपले,हत्या,चोरी जिन भी स्थानों या विभाग में होती है उनके विभाग आदि के इंचार्ज उच्च अधिकारी ही होते है । घटना या घोटाला होने के बाद भी उनकी जाँच भी उच्च अधिकारी ही करते है । जब उच्च अधिकारियों के रहते इतने गलत काम होते है तब क्या उन उच्च अधिकारियों को हटाकर दूसरे उच्च अधिकारी की नियुक्ति से जाँच कैसे निष्पक्ष हो पायेगी । क्योकि उन सब घपलों में हटाये गये उच्च अधिकारी भी शामिल होते है । आजतक क्या कभी हटाये गए उच्च अधिकारियों को नये नियुक्ति उच्च अधिकारियों के माध्यम से कभी दण्डित होने की खबर शायद ही सुनी हो, सुनी है तो सिर्फ 3 और 4 ग्रेड के कर्मचारियों के दण्डित होने की बस । मुझे नही लगता कि जब तक घपले के समय नियुक्त रहे अधिकारियों को सजा नही मिलेगी तब तक जांच भी पूर्णतया ईमानदारी से नही हो पायेगी । क्योकि जांच भी उन उच्च अधिकारियों की उनके समकक्ष अधिकारी ही करते तो पहले वे अपने बराबर के अधिकारी को सेफ करते हुऐ नीचे के कर्मचारी पर ही गाज गिराते है । जब तक घोटाले के वक्त नियुक्त अधिकारियों को दण्डित नही किया जायेगा तब तक देश मे जाँच के नाम पर ही घपले घोटाले होते रहेंगे । इस समस्या के प्रति लोगों को भी जागरूक होना पड़ेगा तभी देश में न्याय ईमानदारी से हो सकेगा ।
इसी तरह राजनीति में भी हो रहा है बड़े नेता अपना तालमेल तो बैठा लेते है मगर कार्यकर्ताओ की भावना और उसकी मेहनत को नजरअंदाज कर उसका जीवन ही खत्म कर देते है । इसलिये राजनीति भी आजकल एक धंधा हो गई है ?
0 टिप्पणियाँ