बुढ़ाना। खासकर बुढ़ाना कस्बे व क्षेत्र में समाज में तेजी से फैलती जा रही बुराईयों को समाप्त करने का बीड़ा अब जमीयत उलमा-ए-हिन्द बुढ़ाना ने उठा लिया है। बीती मंगलवार की देर रात बुढ़ाना कस्बे की नई बस्ती में भट्टे वाली मस्जिद के में हुई वार्षिक सभा में विभिन्न प्रस्तावो को सर्व सम्मति से पास किया गया एक प्रस्ताव में समाज में जो लोग जुआं सट्टा खेल रहे हैं और शराब पी रहे हैं उनको चुपचाप तरीके से चिंहित कर उनके घर घर पर जाकर उनसे जुआं सट्टा और शराब छोड़ने की अपील की जाएगी ताकि अपराध को जन्म देने वाली ये चीजें समाज से दूर हो जाएं। उक्त वार्षिक सभा जमीयत उलमा-ए-हिन्द बुढ़ाना जिसमें बुढ़ाना नगर पंचायत और सफीपुर गांव पंचायत के 27 वार्डों में जमीयत उलमा-ए-हिन्द बुढ़ाना के सदस्य और बनाए जाने की बात भी सर्व सम्मति से तय हुई। इस वार्षिक सभा की अध्यक्षता कर रहे नगर अध्यक्ष हाफिज शेरदीन ने जमीयत उलमा के शानदार इतिहास पर प्रकाश डालते हुये कहा की यह ऐतिहासिक संगठन हे जिसने स्वतंत्रता की लड़ाई में बड़ा योगदान रहा हे उन्होंने कहा जमीयत उलमा बगैर भेदभाव से मदद में आगे आगे रहती हे l व संचालन कर रहे मौहम्मद आसिफ कुरैशी द्वारा किया गया था। सभा में जिला गाजियाबाद में एक वृद्ध व्यक्ति की दाढ़ी काटने व बुढ़ाना में दो दिन पूर्व दानिश कुरैशी पर हुए जानलेवा हमले की निंदा की गई और कहा कि दोनों मामलों में पुलिस सही कार्यवाही करेगी उनको पूरा भरोसा है। सभा में एक वक्ता द्वारा कहा गया कि इस तरह की घटनाओं में हम भी कहीं ना कहीं जिम्मेदार हैं। क्योंकि हम अपने अल्लाह की नाफरमानी कर रहे हैं। इसलिए हम पर अल्लाह की पकड़ हो रही हैं। हमें बुराइयों को छोड़ना होगा और सही रास्ते पर चलना होगा। इसके अलावा सभा में सभी वक्ताओं ने शिक्षा पर भी जोर दिया और कहा कि शिक्षा बिना कुछ नहीं इसलिए हम अपने बच्चों को उच्च शिक्षा अवश्य दें ताकि वे भी सरकार में अपना प्रतिनिधित्व कर सकें। सभा में कोरोना वेक्सीन लगवाने पर भी जोर दिया गया। जमीयत उलमा के लोगो के इंतकाल पर दुआ मग़फ़िरत की और कोरोना के खात्मे, देश में अमन चैन की दुआओं के साथ सभा का समापन हुआ। इस अवसर पर सदर हाफ़िज़ शेरदीन महासचिव हाफ़िज़ तहसीन मौ0आसिफ कुरैशी हाजी शराफत अली रोजुदद्दीन अंसारी मौ0 इस्लाम सैफी कारी नदीम हाफिज अब्दुल गफ्फार हकीम अकरम हाफिज कामिल सभासद राशिद मंसूरी इस्लाम मंसूरी हाफिज शहज़ाद कारी अब्दुल क़ादिर फलाही जमशेद आलम मुफ़्ती यामीन क़ासमी हाफिज अल्लाह मेहर आबाद एडवोकेट नवेद भाई मिठाई वाले हाजी इंतज़ार आढ़ती शब्बीर अंसारी हाफिज आक़िल कारी खान मुहम्मद मौ असगर कुरैशी कारी अशरफ हाफिज अकमल हाफिज नईम. आरिफ तुफैल ज़ाहिद हसन चौधरी ज़ियाउल हसन इरशाद राणा दिलशाद राणा हाजी अलीजान आढ़ती वहाब राणा आदि के अलावा भी दर्जनों लोग मौजूद रहे
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