ग्रेटर नोएडा। एक तरफ सड़क से लेकर खेत खलिहान तक आवारा पशुओं से लोग विशेष कर किसान इतने परेशान है कि पशुओं से फसल बचाने के लिए शासन प्रशासन को ज्ञापन सौंप रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ इन्हीं आवारा पशुओं में से घायल बीमार पशुओं को अपनी निजी गाउशाला में लाकर सैकड़ों पशुओं का इलाज कर जरुरत मंद को देने का कार्य करने वाले डा. शैलेश रौसा को उनके गौशाला सरकपुर में संजय नवादा अध्यक्ष पर्यावरण संरक्षण समिति टीम ने अंगवस्त्र कलम कापी देकर सम्मानित किया है। इस दौरान लोगों को सम्बोधित करते हुए संजय नवादा ने कहा कि धरती माता, जन्म देेने वाली माता और गोमाता की सेवा करना सबसे बड़ा पुण्य का कार्य है। जो गोमाता अपनी बच्चे के हिस्से का दूध बिना भेदभाव के सभी को पिलाती है, उसकी सेवा करना पुुण्य का काम है, लेकिन कुछ लोग दूध पीने के बाद गाय को सड़कों पर छोड़ देते हैं। वे पाप के भागी होते हैं। उन लोगों को डाक्टर शैलेश रौसा से सीख लेने की जरुरत है। लोगों ने घर से भगाया जैसी गाय को इलाज कर स्वस्थ कर घर पहुंचा रहे हैं।
डा. शैलेश रौसा ने बताया पंचगव्य मानसरोवर गोशाला सरकपुर में जितनी गाय है सभी क्षेत्र व दूर दूर तक से बीमार घायल अवस्था में आवारा घुमती मंगाई गई है । जिनकी इलाज सेवा कर पालने योग्य बनाने के पश्चात गाय सेवक के हवाले किया जाता है। दर्जनों रोग ग्रसित गाय स्वस्थ होकर दुध देने योग्य घरों में जाकर परिवार का पालन कर रही है। इस मौके पर दैनिक जागरण के वरिष्ठ पत्रकार श्रीमान घनश्याम पाल जी, पर्यावरण संरक्षण समिति उपाध्यक्ष प्रशांत नागर, पर्यावरण प्रेमी मास्टर शंकर, पर्यावरण संरक्षण समिति उपाध्यक्ष कपिल प्रधान, हिंदू वाहिनी नीरज सरपंच, पर्यावरण संरक्षण प्रेमी नितिन मावी , पर्यावरण संरक्षण प्रेमी अमित मावी आदि दर्जनों मौजूद थे।
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