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खाद्य आपूर्ति के अधिकारियों की मिलीभगत से सस्पेंड दुकान मालिक अभिषेक गुप्ता बांट रहा है राशन!

फ्यूचर लाइन टाईम्स, पंकज तोमर ब्यूरो चीफ गाजियाबाद की खास रिपोर्ट। गाजियाबाद:- साहिबाबाद क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले भोपुरा डिफेंस कॉलोनी 60 फुटा रोड पर सरकारी उचित दर की दुकान संख्या 233 जिसके मालिक का नाम अभिषेक गुप्ता है वह खाद्य आपूर्ति अधिकारियों की मिलीभगत से दुकान सस्पेंड होने के बावजूद भी अपने वर्चस्व को कायम रखते हुए आज दिनांक 5-6-2021 को भी अपनी ही दुकान पर राशन वितरण करता दिखाई दिया जबकि उसकी दुकान पिछले महीने एक कार्ड धारक को पहले तो 1 किलो राशन कम दीया और कार्ड धारक ने राशन पूरा लेने की बात कही तो उसके साथ मारपीट कर दी मारपीट मे कार्ड धारक को गंभीर चोटें आई जिसके बाद सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने कार्ड धारक की तहरीर के आधार पर थाना टीला मोड़ में मुकदमा पंजीकृत किया और पूरा मामला उच्च अधिकारियों के संज्ञान में आने के बाद खाद्य आपूर्ति अधिकारी प्रियंका राय को मौके पर भेज कर दर्जनों कार्ड धारकों से उनका पक्ष जाना जिसमें कार्ड धारकों ने राशन कम देने की बात एरिया इंस्पेक्टर प्रियंका राय को बताई और यह सारा मामला डीएसओ के भी संज्ञान में आया तो उन्होंने जांच के बाद दुकान को सस्पेंड कर दिया बावजूद इसके कई बार कार्ड धारक पर क्षेत्रीय कुछ दबंग लोगों का समझौता करने के लिए दबाव भी बनवाया गया परंतु कार्ड धारक ने समझौता नहीं किया तो कोटा धारक अभिषेक गुप्ता ने अधिकारियों से सांठगांठ कर अपने कोटे पर दोबारा राशन वितरण करना शुरू कर दिया और दोबारा से लोगों को परेशान करने के लिए हर बार की तरह इस बार भी अपने राशन कार्ड की फोटो कॉपी अपनी दुकान पर जमा कराने की बात कही कई कार्ड धारकों ने जब अपनी राशन कार्ड की कॉपी जमा कराने से मना कर दिया तो कोटा मालिक अभिषेक गुप्ता ने उनको राशन देने से इंकार कर दिया यह एक अपनी दुकान को बहाल कराने का षड्यंत्र भीमाना जा सकता है जिसमें षड्यंत्र के तहत कोटा मालिक भोली भाली जनता के राशन कार्ड की फोटो कॉपी पर कुछ अपना पक्ष लिखकर अपना बचाव करने के चक्कर में लगा हुआ है यह पूरी जानकारी गुप्त सूत्रों से मिली है जहां एक तरफ पूरी दुनिया करोना महामारी से जूझ रही है वहीं दूसरी तरफ यह कोटा धारक अभिषेक गुप्ता लोगों को राशन कम वितरण करने में लगा हुआ है और सरकार की छवि खराब करने का काम कर रहा है अब देखने वाली बात यह होगी की उच्च अधिकारी ऐसे भ्रष्टाचारी कोटा धारक के खिलाफ वह इस पूरे खेल में सम्मिलित उन खाद्य आपूर्ति अधिकारियों के खिलाफ क्या कार्यवाही करते हैं या ऐसे ही यह लोग आम जनता को अपना निशाना बनाते रहेंगे और सरकार की छवि को खराब करते रहेंगे। 

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