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जजों, एड़वोकेटस, पुलिस अधिकारियों की मद्द से किया जा रहा लोगों की विधिक समस्याओं का निस्तारण।

फ्यूचर लाइन टाईम्स, विवेक जैन संवाददाता बागपत। 
वेबीनार के माध्यम से की विधिक मुद्दों पर चर्चा। कोरोना महामारी में लॉ लिटरेसी निभा रही अहम भूमिका। 
जजों, एड़वोकेटस, पुलिस अधिकारियों की मद्द से किया जा रहा लोगों की विधिक समस्याओं का निस्तारण। 
बागपत। इंटरनेशनल काउंसिल ऑफ जूरिसट लंदन के जनरल सक्रेटरी एड़वोकेट परीक्षित शर्मा एवं दिल्ली हाईकोर्ट की एड़वोकेट मनीषा शर्मा द्वारा लाॅ लिटरेसी नाम की विधिक संस्था के माध्यम से लोगों की विधिक समस्याओं के निस्तारण की मुहिम को चलाया जा रहा है। लाॅ लिटरेसी द्वारा आयोजित कार्यक्रम में देश के कोने-कोने से भूतपूर्व जज, पुलिस आॅफिसर, लाॅ के स्टूडेंट भाग लेते है। इस महामारी के दौर में विधिक मुद्दों पर चर्चा की जाती है और समस्या का समाधान किया जाता है। लाॅ लिटरेसी संस्था के मुखिया एड़वोकेट परीक्षित शर्मा की इस शानदार पहल की हर और तारीफ हो रही है। इस पहल से अनेको लोगो को लाभ मिल रहा है। इस कड़ी में मंगलवार को एक वेबीनार का आयोजन परीक्षित शर्मा द्वारा किया गया, जिसका टॉपिक क्रिमिनल अपील और रिवीजन था। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि स्पीकर के तौर पर प्रोफेसर डॉ मृत्युंजय पांडेय और सुप्रीम कोर्ट ऑफ इंडिया के एड़वोकेट जेएस रावत उपस्थित हुए। कार्यक्रम का संचालन तीस हजारी कोर्ट दिल्ली के एड़वोकेट शिवम शर्मा व दिल्ली हाईकोर्ट के एड़वोकेट जितेन्द्र भारती द्वारा किया गया। वेबीनार में क्रिमिनल प्रोसीजर कोड में बताए गए रिवीजन और अपील पर महत्वपूर्ण प्रकाश डाला गया और उसके विषय में एक महत्वपूर्ण चर्चा की गई। वेबीनार में भूतपूर्व सेशन जज राजेंद्र कुमार शर्मा, भूतपूर्व एसीपी ओम प्रकाश शर्मा, एड़वोकेट मनीषा शर्मा, एड़वोकेट गिन्नी चौहान, लेखा गौतम, एड़वोकेट शिवम शर्मा, एड़वोकेट सपना गुप्ता सहित कई भूतपूर्व सेशन जजों और एड़वोकेटस ने हिस्सा लिया।

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