दादरी ।अपना जनहित समिति के संयोजक अभिषेक मैत्रेय ने सभी राजनीतिक दलों के नेताओ,अधिकारी, सामाजिक संघटनों से निवेदन किया है कि दादरी में जब तक कोरोना महामारी के लिये स्थायी अस्पताल नही बनता है तब तक के लिये दादरी व उसके आस पास गांवो में 10/12 स्कूल सरकारी / निजी जो अभी बंद है उन्हें अस्थायी अस्पताल बन दिए जाने आम जन के लिये बहुत कामयाब होंगे। हर कॉलेज के एक कमरे में लगभग 5 से 10 मरीज को लिये बेड की पूर्ति हो सकती है ,हर कॉलेज में लगभग 20 से 30 कमरे होंगे।दादरी के आस पास गावो में लगभग निजी 100 स्कूल होंगे।
एक बार सभी सोचे हमारे दादरी में लगभग 10 अस्पताल होंगे और वो भी ज्यादा से ज्यादा 200 बेड उनमे हो सकते है।इन सभी अस्पतालों में कुल मिलाकर 25 से 30 एम्बुलेंस नही होगी।दादरी नगर की जनसंख्या लगभग 80000 से 100000 के बीच में है। अगर यही जनसंख्या गांवों को मिला दी जाए तो बहुत बड़ी जनसंख्या बैठ जाती है। भगवान ना करे कि यह महामारी अगर गांव गांव तक पहुंच गई तो हमारे पास इतनी एंबुलेंस भी नहीं है या इतने साधन भी नहीं है कि हम उन्हें नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद, बुलंदशहर आदि के अस्पताल होना तक ही पहुंचा पाए।
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