-->

श्री गाँधी इण्टर कालिज दुजाना में नशा मुक्ति निवारण और जागरुकता कार्यक्रम का हुआ आयोजन।

फ्यूचर लाइन टाईम्स, कर्मवीर आर्य संवाददाता गौतम बुद्ध नगर ।
दादरी : श्री गाँधी इण्टर कालिज दुजाना में,NAPDDR के अंतर्गत नवचेतना मॉडल-२ के तहत एक दिवसीय नशा मुक्ति निवारण और जागरुकता कार्यक्रम का आयोजन ,जिला ग्राम विकास संस्थान दादरी के माध्यम से किया गया जिसमें कालिज के अधिकांशतः विधार्थियों ने प्रतिभाग किया‌ । वार्ताकार डा.विजयपाल शिशौदिया जी ने विधार्थियों को नशे से होनें वाले नुकसान के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी दी। उन्होने बताया कि नशा की लत लगने पर यह पूर्ण रूप से व्यक्ति के विवेक को नष्ट कर देता है और पूरे परिवार को इसका दंश झेलना पडता है। छात्रों को समझाते हुए उन्होने कहा कि नशे रुपी इस विनाशक बीमारी से आपको तो दूर रहना ही है इसके अतिरिक्त आपको अपने परिवार ,ईष्टमित्रों व सगे-संबंधियों को भी जागरुक करना है। नशा करने वाला व्यक्ति पूरे परिवार को नर्क रूपी खाई में धकेल देता है जिसका परिणाम भावी पीढी को अपने भविष्य की बलि देकर चुकाना पडता है। 
ग्रामीण परिवेश का उदाहरण देते हुए डा.मयंक ने कहा कि हमारे बुज़ुर्ग हुक्का का सेवन करते है । लेकिन सेवा के साथ हमे बुज़ुर्गों को इससे होने वाले शारीरिक व मानसिक नुकसान के बारे में भी अवगत कराने की आवश्यकता है। 
 कार्यक्रम में उपस्थित जिला प्रशिक्षण अधिकारी व कार्यक्रम संयोजन डा.अर्चना ने भी छात्रों को नशे से दूर रहने व अपने परिवार को भी इस बीमारी से बचाव करने को कहा।
प्रधानाचार्य ऋषिपाल नागर ने भी छात्रों को आयोजको द्धारा बताई गयी बातों पर अमल करने व स्वयं व परिवार को इस लत से दूर रहने को कहा। 
 मा.प्रवीण नागर ने भी विधार्थियो का मार्गदर्शन करते हुए कहा कि आप उस मिट्टी के पात्र की भांति है जिसमें प्रारंभ में जो भी वस्तु रखी जाती है है उसमें सदैव वह खुशबु विधमान रहती है। आप अपने अंदर अच्छी आदतें विकसित करें । अपने लिए लक्ष्य निर्धारित कर ,उसे प्राप्त करने के लिए कठोर परिश्रम करें।
इस अवसर पर "नशा मुक्ति" से संबंधित वाद-विवाद प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया जिसमें कालिज के छात्र प्रिंस नागर ,मनीष,अंकुश अतुल, लविश नागर ने प्रतिभाग किया। उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विधार्थियो को ट्रॉफी देकर सम्मानित किया गया और नशा न करने की शपथ दिलाई गई ।इस अवसर पर बिनोद कुमार, सुनील नागर एडवोकेट बाबा, विधाधर पाण्डेय एवं विकास नागर उपस्थित रहें।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ