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वर्ल्ड डिसएबल टी-10 में हुआ गौतमबुद्धनगर के दिव्यांग का चयन

फ्यूचर लाइन टाईम्स, सफ़ी मोहम्मद सैफी ग्रेटर नोएडा की रिपोर्ट। 
ग्रेटर नोएडा: विश्व में पहली बार आयोजित होने जा रहा वर्ल्ड डिसएबल टी-10 क्रिकेट का आयोजन नोएडा स्टेडियम में 11 मार्च से होगा मैच में 28 प्रदेशों की टीमों के खिलाड़ी प्रतिभाग कर रहे हैं ।इसका आयोजन कर्नाटका स्टेट फिजिकली चैलेंज्ड क्रिकेट एसोसिएशन द्वारा किया जा रहा है । उत्तर प्रदेश की टीम के कप्तान ओमवीर सिंह उप कप्तान जेपी सिंह को बनाया गया है पीसीसीआई व केएसपीसीसीए के जनरल सेक्रेटरी रवि चौहान, राजीव आर मिश्रा, विजय कांत तिवारी, पूनम विश्नोई नेशनल प्लेयर जूडो कराटे खेल अधिकारी गौतमबुद्ध नगर बबली नागर दोनों खिलाड़ियों को यूपी की कमान सौंपी है । किस्मत कब बदल जाए किसी को नहीं पता होता ट्रेन में समोसे चाय पानी बेचने वाले किसान का बेटा व गौतमबुद्धनगर गांव रिठौरी का लाल पहली बार क्रिकेट खिलाड़ियों में तीसरे नंबर की भूमिका निभाते नजर आएंगे । हरिओम पुत्र स्वर्गीय पहलाद सिंह गांव राजोरी पोस्ट मायचा जिला गौतमबुद्धनगर के निवासी हैं ।वर्तमान में क्रिकेट बारीकियां स्वयं गांव में सीख रहे हैं । हरिओम का चयन होने पर गांव से लेकर शहर में खुशी की लहर है और सुबह से ही लोगों के फोन आ रहे हैं और बधाई दे रहे हैं ग्रामीणों ने बताया कि हरिओम का चयन होने की खुशी हुई है और आगे हरिओम टीम को जरूर जीत दिलाएंगे हरिओम ने बताया कि उनको पूरा भरोसा है कि हमारी टीम इस टूर्नामेंट को जीतकर आएगी और गौतमबुद्धनगर व प्रदेश का नाम रोशन करेगी ।   बाक्स जो कसते थे ताना आज वही दिव्यांग के कस रहे कसीदे 
- 2005 में बांया पैर ट्रेन से कट गया था। 
रिठौरी गांव के 35 वर्षीय हरिओम 12वीं पास हैं। दो भाई व छह बहनों में तीसरे नंबर पर होने व आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने के कारण पिता पहलाद सिंह के साथ ट्रेन में समोसे चाय व पानी बेचने लगे। क्रिकेट खेलने के शौकीन हरिओम की चाय बेचते वक्त ट्रेन में आकर बांया पैर कट गया था। इलाज व आर्थिक तंगी के कारण पिता पहलाद सिंह असमय स्वर्गवास हो गया। फिर भी घर परिवार की जिम्मेदारी संभालते हुए अपनी क्रिकेट खेलने की शौक ज़िंदा रखते हुए गांव व क्षेत्र के क्रिकेट मैचों में भाग लेने में अग्रणी भूमिका में रहे। पिछले 20 वर्षों से रेलवे स्टेशन अजायबपुर पर चाय समोसे व पानी बेचने का काम सुचारु रख्खे हुए हैं। कोरोना काल में आर्थिक संकट से घबराए नहीं बल्कि गांव में ही क्रिकेट अभ्यास जारी रखा ।

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