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किसानों को जेल भेजने पर वकीलों ने जताया विरोध

फ्यूचर लाइन टाईम्स, राजेंद्र चौधरी संवादाता गाजियाबाद ।


गाजियाबाद। बम्हैटा में जमीन पर कब्जा दिलाने के दौरान किसानों और एक अधिवक्ता को जेल भेजने पर बार एसोसिएशन के बैनर तले अधिवक्ताओं ने जिलाधिकारी कार्यालय में धरना-प्रदर्शन किया। अधिवक्ताओं ने प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। बार एसोसिएशन के सचिव मनमोहन शर्मा ने कहा कि जिलाधिकारी ने पहले मिलने का समय दिया और बिना मिले ही चले गए। सचिव ने कहा कि पिछले छह माह से जब भी अधिवक्ता जिलाधिकारी से मिलना चाहते हैं तो वह मिलते नहीं हैं। बाद में एडीएम सिटी शैलेंद्र सिंह व एसपी सिटी निपुण अग्रवाल अधिवक्ताओं के पास पहुंचकर किसानों को जल्द रिहा कराने का आश्वासन दिया। बुधवार शाम किसानों को जमानत मिल गई और जेल से रिहा कर दिए गए। बता दें आदित्य वर्ल्ड सिटी और वेब सिटी को शाहपुर बम्हैटा में प्रशासन ने जमीन पर कब्जा दिलाया था। इस दौरान कब्जे का विरोध करने वाले पुलिस ने सोमवार को 34 किसानों को जेल भेज दिया गया था। अभी तक किसानों की जमानत नहीं हो पाई है। किसानों को जमानत दिलाने के लिए बुधवार को बार एसोसिएशन के अध्यक्ष मुनीश त्यागी के नेतृत्व में बड़ी संख्या में वकील जिलाधिकारी के कार्यालय पहुंचे। मगर जिलाधिकारी उनसे नहीं मिले। इस बात से गुस्साए वकील जिलाधिकारी के कार्यालय में ही धरने पर बैठ गए और नारेबाजी की। वकीलों ने एडीएम सिटी के खिलाफ भी नारेबाजी की। मौके पर अधिवक्ता पूर्व सचिव विजय गौड़, मनोज नागवंशी, नितिन यादव, नरेश यादव, आमिर, शोयब, चौधरी इस्लाम, परमजीत, पूनम गुप्ता सहित अन्य अधिवक्ता शामिल रहे। बार एसोसिएशन के बैनर तले कलक्ट्रेट में धरना प्रदर्शन के बाद किसानों को जमानत मिल गई और देर शाम उन्हें रिहा कर दिया गया। एसडीएम के अधिवक्ताओं की पैरवी पर सुनवाई से इनकार करने पर अधिवक्ता जिलाधिकारी से मिलने के लिए पहुंचे थे। जिलाधिकारी से मुलाकात न होने पर डीएम कार्यालय के बाहर ही फर्श पर बैठकर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया था। बाद में मामला बिगड़ता देखकर मौके पर पहुंचे एडीएम सिटी ने शाम तक किसानों को रिहा कराने का आश्वासन दिया था, तब अधिवक्ताओं ने धरना समाप्त किया था।

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