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यादव बंधुओं की गुंडागर्दी से सोसाइटी में बना भय का माहौल।

फ्यूचर लाइन टाईम्स, घनश्याम कुमार की खास रिपोर्ट संवाददाता गाजियाबाद।


गाजियाबाद : एक तरफ जहां  गाजियाबाद में देश के अन्य प्रदेशों से आए हुए परिवार शांति व सुरक्षा के लिए सोसायटी मे रहते है वहीं पर यादव बंधुओं की गुंडागर्दी से भय का माहौल व्याप्त है सोसायटी के निवासी अशोक भाटी ने  यादव बंधुओं पर आरोप लगाया कि ग़ाज़ियाबाद की क्रासिंग रिपब्लिक में क्लेमेंट सिटी सोसाइटी में बिल्डर की मिली भगत से राजीव यादव एवं उनके भाई संजीव यादव पिछले 8 साल से अवैध रूप से फ्लैट स. A-801,802 में रह रहे है।इन्होंने बिल्डर की मिली भगत से ही अवैध रूप से बिजली का कनेक्शन भी डायरेक्ट जुड़वा रखा है।ये अक्सर सोसायटी के लोगों के साथ गली गलोज तथा मार पीट करते हैं। दिनांक 18 फरवरी को रात 10 बजे दोनों भाइयों ने अकारण ही अशोक भाटी और उनके भाई के साथ मार पीट की तथा सभी क्लेमेंट निवासियों के सामने जान से मारने की कोशिश की जिसमे उन्हें गंभीर चोटें आईं। बीच बचाव करने वालो पर राजीव यादव और संजीव यादव ने बाकी निवासियों पर भी हमला कर दिया तथा महिलाओं से अभद्रता की, जिसमे 7-8  लोगों को भी चोटें आई।  मामले की तहरीर क्रासिंग रिपब्लिक पुलिस चौकी थाना विजय नगर में दे दी गयी है एवं सभी घायल निवासियों का जिला अस्पताल में मेडिकल कराया गया। घटना की सूचना तुरंत 112 को दी गयी परंतु पुलिस के आने से पहले ही उनकी पत्नियों ने उन्हें सोसाइटी से भगा दिया और बाद में सोसाइटी के लोगों से अपशब्द कहे।

सारी घटना की cctv फुटेज और मोबाइल रिकॉर्डिंग उबलब्ध है।सभी क्लेमेंट निवासी अत्यंत आक्रोशित हैं और  राजीव यादव  और संजीव यादव के खिलाफ उचित कानूनी कार्यवाही के लिए शीघ्र की उच्च अधिकारियों से भेंट करेंगे और इस संदर्भ में ज्ञापन देंगे। घटना की जानकारी मुख्यमंत्री को भी ट्वीट की जाएगी। राजीव यादव ने इससे पहले भी बीरपाल नाम के प्रेस वाले को बहुत मारा था।2015 में  भी राजीव यादव का एक अन्य निवासी के साथ मार पीट हुई थी जिसके कुछ दिनों बाद ही उसकी संदिग्ध परिस्थितियों में कार एक्सीडेंट से मृत्यु हो गयी थी।यादव बंधुओं की इस गुंडागर्दी से सोसाइटी में भय का माहौल बना है।राजीव यादव एवं संजीव यादव की इस गुंडागर्दी में उनकी पत्नियों के भी पूर्ण सहयोग रहता है।सोसाइटी के लीग बिल्डर के खिलाफ भी कानूनी कार्यवाही पर विचार कर रहे है।राजीव यादव एवं संजीव यादव की अवैध बिजली कनेक्शन के संबंध में भी कार्यवाही विचारधीन है।


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