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फर्जी एनकाउंटर मामले में दरोगा सलाउद्दीन व दरोगा शैलेंद्र की बढ़ी मुश्किलें

फ्यूचर लाइन टाईम्स  , पंकज तोमर ब्यूरो चीफ गाजियाबाद ।


गाजियाबाद:- साहिबाबाद थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली चौकी तुलसी निकेतन पर पूर्व में तैनात दरोगा सलाउद्दीन और शालीमार गार्डन चौकी पर पूर्व में तैनात दरोगा शैलेंद्र सिंह के साथ- साथ आठ पुलिसकर्मियों की मुश्किलें बढ़ गई है। 


आपको बताते चलें कि दोनों दरोगाओं पर दर्ज मुकदमों में पुलिस ने पहले एफ-आर ( फाइनल रिपोर्ट) लगा दी थी जिसका विरोध दूसरे पक्ष ने कोर्ट में किया तो कोर्ट ने मामले में दोबारा विवेचना करने के आदेश दे दिए। वही अधिवक्ता ने बताया कि पसोंडा निवासी संजिद के खिलाफ 13 अगस्त 2019 और 21 अगस्त 2019 को रंगदारी मांगने व छेड़छाड़ करने के मुकदमे दर्ज किए गए थे जिसके बाद 13 सितंबर 2019 को संजिद अपने दोस्त निसार के साथ थाना साहिबाबाद में सरेंडर करने के लिए गया था परंतु षड्यंत्र के तहत पुलिस ने सरेंडर लेने से मना कर दिया। इसके बाद संजिद और निसार 14 सितंबर 2019 को कोर्ट में सरेंडर करने के लिए जा रहे थे उसी दौरान और रची-रचाई संजिश के तहत रास्ते में थाना साहिबाबाद में तैनात दरोगा शैलेंद्र सिंह और दरोगा सलाउद्दीन ने अपनी टीम के साथ करेहड़ा कट के पास दोनों को गिरफ्तार कर लिया और कोयल एनक्लेव के पास लेजाकर संजिद के पैर में गोली मार दी वही निसार पर फर्जी मुकदमा लगाकर जेल भेज दिया था। उसके बाद संजिद के वकील ने उसकी ओर से कोर्ट में फर्जी एनकाउंटर करने वाले पुलिसकर्मियों पर मुकदमा दर्ज कराने के लिए कोर्ट में याचिका दायर की थी जिसमें कोर्ट ने सुनवाई के बाद तत्कालीन दरोगा शैलेंद्र सिंह, दरोगा सलाउद्दीन समेत आठ पुलिसकर्मियों पर मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए थे। आरोप है कि मुकदमा दर्ज करने के बाद पुलिस ने फर्जी गवाह तैयार करके मुकदमे में एफआर( फाइनल रिपोर्ट ) अपने बचाव के लिए लगा दी थी।बाद में जब संजिद के परिजनों व वकील को एफआर के बारे में पता चला तो अधिवक्ता ने कोर्ट में उक्त मामले में दोबारा सुनवाई करने की याचिका दायर की। तत्पश्चात कोर्ट ने इस पूरे मामले में दोबारा सुनवाई करते हुए पूर्व में साहिबाबाद पुलिस द्वारा मामले में लगाई गई अंतिम रिपोर्ट निरस्त कर दी और दरोगा सलाउद्दीन, दरोगा शैलेंद्र सिंह समेत आठ पुलिसकर्मियों के खिलाफ दोबारा विवेचना के आदेश दे दिए। वही संजिद व निसार के परिजनों का कहना है की कोर्ट ने हमारे साथ इंसाफ करते हुए दोबारा विवेचना के आदेश दिए हैं और अब हमें इंसाफ मिलने की उम्मीद नजर आ रही है। वही जिले के कप्तान से भी हमें अब यही उम्मीद लग रही है कि हमें जल्द ही इंसाफ मिलेगा और दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही की जाएगी।

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