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भारतीय किसान यूनियन अखंड के राष्ट्रीय अध्यक्ष से मुलाकात की प्रोफेसर विनोद नागर ने

    गौतम बुध नगर मनोज तोमर

गौतम  बुद्ध नगर  नोएडा भारतीय किसान यूनियन अखंड के राष्ट्रीय अध्यक्ष  महेश कसाना  से मुलाकात करते लेखक एवं कवि डॉ महेश कुमार गाजियाबाद से नोएडा अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालय के शिक्षा निदेशक प्रोफेसर डॉक्टर विनोद कुमार नागर पूर्व प्रत्याशी गौतम बुध नगर लोक सभा ने किसानों के दुख दर्द के बारे में बातचीत की डॉ महेश कुमार गाजियाबाद ने अपने द्वारा रचित एक काव्य संकलन पुस्तिका का विमोचन करा कर भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष जी को कुछ पुस्तकें भेंट की जो किसान धरने पर पिछले 1 सप्ताह से बैठे हैं उन पर कविता लिखी और सामाजिक वे न्यायिक 

व्यवस्था प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा किए जा रहे व्यवहार पर विस्तार पूर्वक चर्चा करते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष महेश कसाना जी ने अपने विचार व्यक्त किए और कहा कि आज अन्नदाता किसान परेशान हैं जब जब किसान परेशान हुआ है तभी संपूर्ण भारत वर्ष परेशान हुआ है जो अन्नदाता किसान संपूर्ण संसार का पेट भरता है आज वह सड़क पर बैठकर आंदोलन कर रहा है हम सबको मिलकर किसानों के साथ रहकर उनका दुख दर्द बांटना है तत्कालीन सरकार अपनी मनमानी तथा तानाशाही से राज चलाना चाहती है और व्यापारियों के हाथ में देश को बेचना चाहते हैं लेकिन हम वह देश के किसान हैं जो अपनी मान मर्यादा पर डटे रहेंगे अपनी आन बान शान के लिए और देश के हित के लिए यह कदम बढ़ाया जा रहा है राष्ट्र कवि एवं लेखक डॉ महेश कुमार जीने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि किसान देश का अन्नदाता है वह अन्य का दान करता है और जिससे संपूर्ण समाज का ही नहीं बल्कि संपूर्ण विश्व का कल्याण होता है प्रोफेसर विनोद नागर ने भी अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि आज हम सब एकजुट होकर किसान आंदोलन को सफल बनाने के लिए संकल्पित हैं और यह संकल्प आर पार की लड़ाई लड़ने के लिए लिया गया है आज जो किसान परेशान हैं कड़कड़ाती ठंड में प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा पानी की बौछार तथा आंसू गैस के गोले दागेजा रहे हैं किसानों के प्रति हम सब संवेदनशील हैं किसान आज अपने अधिकार की लड़ाई लड़ रहा है और सभी किसान संगठन एकजुट होकर वर्तमान सरकार से लोहा ले रहे हैं इस अवसर पर अपने द्वारा रचित पुस्तिकाएं किसानों के सम्मान के लिए डॉक्टर महेश कुमार गाजियाबाद ने भेंट की इस अवसर पर काफी किसान लोग मौजूद रहे

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