खूब लड़ी मर्दानी वो तो झांसी वाली रानी थी-- कुसुम सोनी मोदीनगर गौरव सिंह तेवतिया जोया
मोदीनगर। सामाजिक संस्था रानी लक्ष्मीबाई फाउंडेशन के तत्वावधान में झांसी की रानी लक्ष्मीबाई की जयंती धूमधाम के साथ मनाई गई। कार्यकर्ताओं ने केके काटकर लक्ष्मीबाई की यादों को ताजा किया।रानी लक्ष्मीबाई फाउंडेशन की अध्यक्ष कुसुम सोनी ने संस्था के कार्यालय पर आयोजित एक कार्यक्रम में रानी लक्ष्मीबाई के जीवन चरित्र पर प्रकाश डालते हुए कहा कि रानी लक्ष्मीबाई का जन्म वाराणसी में 19 नवंबर 1835 में हुआ था। बचपन में उनका नाम मणिकर्णिका था। सब उनको प्यार से मनु कहकर पुकारा करते थे। सिर्फ 4 साल की उम्र में ही उनकी माता की मृत्यु हो गई थी इसलिए मनु के पालन-पोषण की जिम्मेदारी उनके पिता पर आ गई थी। सोनी न बताया कि लक्ष्मीबाई लड़ते लड़ते वीरगति को प्राप्त हो गई। उन्होंने संस्था की महिला कार्यकर्ताओं को झांसी की रानी के चरित्र से प्ररेणा लेने की अपील की। इस अवसर पर मीना माहेश्वरी, प्रियांशी, सलोनी, रिया, रेनू, अनीता, नेहा, प्रेणा अग्रवाल, मधु जैन, स्वाति अग्रवाल, विकास अग्रवाल, मोहन कुमार, अरविन्द शर्मा आदि मौजूद रहें।
0 टिप्पणियाँ