गौतम बुध नगर -मनोज तोमर
गौतम बुध नगर:-नोएडा के सेक्टर छह में सहायक पुलिस आयुक्त विशेष कार्यपालक मजिस्ट्रेट ने एक अधिवक्ता के साथ बदसलूकी की है, यह जानकारी मिलने के बाद गुस्साए वकीलों ने गुरुवार को जिला न्यायालय में हड़ताल कर दी। न्यायालय परिसर के सभी प्रवेश द्वारों पर तालाबंदी कर दी। पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की है। वकीलों की ओर से जिला न्यायाधीश को एक पत्र भी सौंपा गया है। वकीलों ने कहा कि जब तक पुलिस आयुक्त कोर्ट आकर बात नहीं करेंगे और एसीपी के खिलाफ कार्रवाई नहीं होगी, तक तक हड़ताल और धरना जारी रहेंगे।जानकारी के मुताबिक अधिवक्ता अनिल भाटी धारा 151 के तहत गिरफ्तार एक मुवक्किल की जमानत के सिलसिले में बुधवार को सेक्टर छह स्थित सहायक पुलिस आयुक्त विशेष कार्यपालक मजिस्ट्रेट के यहां गए थे। अनिल भाटी का आरोप है कि जमानती धारा होने के बावजूद भी उनके मुवक्किल को जमानत नहीं दी गई और उनके साथ बदसलूकी की गई। अधिवक्ता ने आरोप लगाया कि जिन आरोपियों के साथ अधिवक्ता जाते हैं, उन्हें जमानत नहीं दी जाती है। अनिल भाटी ने अपने साथ हुए अभद्र व्यवहार की जानकारी जनपद बार एसोसिएशन को दी। इस घटना के बाद गुस्साए वकीलों ने आज जिला न्यायालय परिसर में हड़ताल कर दी। वकील इस कदर उत्तेजित थे कि उन्होंने न्यायालय परिसर में मौजूद तमाम पुलिस कर्मियों को बाहर निकालकर न्यायालय के सभी प्रवेश द्वारों पर ताला जड़ दिया और पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। उत्तेजित वकीलों ने जिला जज के कार्यालय के सामने जाकर नारेबाजी की और इस मामले में हस्तक्षेप की मांग की। जनपद के बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष एवं वरिष्ठ अधिवक्ता रामशरण नागर ने बताया कि पुलिस ने एक महिला वकील के घर पर भी देर रात दबिश दी और इन दोनों मामलों की जानकारी जैसे ही आज वकीलों को लगी तो उन्होंने हड़ताल पर जाने का निर्णय ले लिया। उन्होंने कहा कि पुलिस का यह रवैया पूरी तरह गैर जिम्मेदाराना है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। वकीलों के विरोध की जानकारी मिलने पर नोएडा के अपर उपायुक्त रणविजय सिंह कोर्ट पहुंचे। धरना दे रहे वकीलों से बात की। वकीलों ने एडीसीपी को एक वीडियो दिखाया है।बार एसोसिशन के पूर्व अध्यक्ष प्रमेन्द्र सिंह भाटी का कहना है कि हम लोगों की सीधे तौर पर दो मांग हैं। पहली मांग यह है कि पुलिस आयुक्त धरनास्थल पर आएं। हम लोगों की बात सुनें। आज जिले में न्यायिक कामकाज देख रहे पुलिस अफसर मनमानी कर रहे हैं। जमानत देने में भ्रष्टाचार है। अगर वकील किसी पक्षकार के साथ जाते हैं तो जमानत नहीं दी जाती है। उसे जेल भेज दिया जाता है। यह सिस्टम सुधारने की लड़ाई है। एडवोकेट अनिल भाटी के साथ अभद्रता करने वाले एसीपी और दूसरे पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। जब तक यह दो मांग पूरी नहीं की जाएंगी वकीलों का धरना और हड़ताल जारी रहेंगे।
0 टिप्पणियाँ