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फ्यूचर लाइन टाईम्स
महाराष्ट्र : परमवीर चक्र विजेता वीर अब्दुल हमीद का मनाया गया शहीद दिवस 1965 पाकिस्तान व हिंदुस्तान की जंग में पाकिस्तान के छक्के छुड़ाने वाले शेर परमवीर चक्र विजेता वीर अब्दुल हमीद की शहादत दिवस पर देश में लोग श्रद्धांजलि दे रहे हैं वही एक कार्यक्रम पालघर राष्ट्रीय अमन मंच व मुस्लिम इदरीसी महासभा द्वारा रखा गया जिसमें शोशल डिंसटेंसिगं का पूरा ख्याल रखकर कार्यक्रम किया कार्यक्रम अध्यक्षता राष्ट्रीय अमन मंच के प्रदेश सचिव अब्दुल लतीफ शेख व कार्यअध्यक् ष फिरोज खॉन जिला अध्यक्ष मानवाधिकार सेल नज़ीर मुलाणी व पालघर मीडिया प्रमुख मसूद हक्कानी व सलीम बाबा शमीम फिरोज खान एडवोकेट सबा शेख रूक्काइया अंसारी शहनाज शेख रजनी ताडेल आदि मौजूद रहे आप बता की वीर अब्दुल हमीद आसल उताड़ में भारतीय फौज की टुकड़ी की अगुवाई कर रहे हवलदार अब्दुल हमीद ने अपनी गन माउंटेड जीप से 170 टन वजनी सात पैटन टैंक उड़ाकर भारतीय फौज का परचम लहराया था। वीर अब्दुल हमीद तरनतारन जिले के खेमकरण सेक्टर में भारतीय सेना की 4-ग्रेनेडियर रेजीमेंट की अग्रिम पंक्ति में तैनात थे। टैंक का एक गोला लगने से नौ सितंबर को वो शहीद हो गए थे। इसकी आधिकारिक घोषणा 10 सितंबर को की गई थी। एक जुलाई, 1933 को उत्तरप्रदेश के गाजीपुर क्षेत्र के गांव धामूपुर में जन्मे अब्दुल हमीद 27 दिसंबर, 1954 को सेना में भर्ती हुए थे। शहीदों की याद में बनाया गया 1965 की जंग में शहीद हुए वीर अब्दुल हमीद अब्दुल हमीद: भारत का वह वीर जिसने जीप से उड़ा दिए पाकिस्तान के आठ 'अपराजेय' टैंक 1965 के युद्ध में पाकिस्तान के हौसले पस्त करने वाले वीर अब्दुल हमीद आज के ही दिन शहीद हुए थे। जानते हैं उनके जीवन से जुड़ी कुछ खास बातें। वीर अब्दुल हमीद हाइलाइट्स: परमवीर चक्र से सम्मानित अब्दुल हमीद का शहादत दिवस आज 1965 के युद्ध में पाकिस्तानी के आठ वैसे टैंक उड़ाए थे जिन्हें तब अपराजेय कहा जाता था अब्दुल हमीद ने अपने चीप में लगे रिकॉयलेस गन से पाकिस्तानी तोपों को ध्वस्त कर दिया वीर अब्दुल हमीद की जीप पाकिस्तानी टैंक की फायरिंग की जद में आ गई थी भारत को 1947-49 के दौरान पाकिस्तान के साथ हुए कश्मीर वॉर में अपने कई सैनिकों से हाथ धोना पड़ा था। तब पाकिस्तान को लगा कि भारत उसकी सैन्य क्षमता के आगे काफी कमजोर है। पाकिस्तान ने इसी गलतफहमी में 1965 में एक बार फिर से युद्ध छेड़ दिया जिसका भारत से मुंहतोड़ जवाब मिला। इस युद्ध में वीर अब्दुल हमीद हीरो के रूप में उभरे। भारतमाता के इस लाल ने जीप से पाकिस्तान के वो आठ टैंक ध्वस्त कर दिए जिन्हें उस वक्त अपराजेय माना जाता था। हमीद ने जंग के मैदान में ही 10 सितंबर, 1965 को वीरगति प्राप्त की थी। आज उनका शहादत दिवस है। इस मौके पर उन्हें जरूर याद किया जाना चाहिए। यूपी के गाजीपुर के थे अब्दुल हमीद अब्दुल हमीद उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले के धरमपुर गांव में 1 जुलाई, 1933 को पैदा हुए थे। उनके पिता मोहम्मद उस्मान सिलाई का काम करते थे, लेकिन हमीद का मन इस काम में नहीं लगता था। उनकी रुचि लाठी चलाना, कुश्ती का अभ्यास करना, नदी पार करना, गुलेल से निशाना लगाना जैसे कामों में थी। वह लोगों की मदद के लिए भी हमेशा आगे रहते थे।
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