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फ्यूचर लाइन टाईम्स
गाजियाबाद : पंकज तोम संवाददाता साहिबाबाद
गाजियाबाद साहिबाबाद क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले वार्ड नंबर 20 राजीव कॉलोनी भोपुरा चौकी तुलसी निकेतन के बराबर में बनी गाटर पटिया की दुकान के बराबर से जाने वाले रास्ते का निर्माण कार्य चल रहा है जिसका ठेका नगर निगम ने ठेकेेदार को दिया है और ठेके को एक करोड़ रुपए से ऊपर ठेकेदार को दिया गया है परंतु जेई की मिलीभगत से ठेकेदार जनता के हित के पैसे को घटिया किसम का सीमेंट ,हल्की क्वालिटी का सरिया ,अत्यधिक मात्रा में बालू रेत का प्रयोग करके हजम करने मे लगा हुआ हैं जब इसकी शिकायत नगर निगम के मुख्य अभियंता से की गई तो उन्होंने जेई के सहयोगी सुपरवाइजर बताए जाने वाले मयंक नामक व्यक्ति को साइड का मुआयना कराने के लिए भेजा दीया । और मयंक नामक व्यक्ति ने फ्यूचर लाइन टाईम्स साहिबाबाद संवाददाता पंकज तोमर को फोन करके मौके पर बुलाकर खामियों के बारे में जानने के लिए कहा तो फ्यूचर लाइन टाईम्स के संवाददाता ने नाले के बेड के बारे में पूछा कि आप लोग कितने इंच का बेड डाल रहे हैं वही मयंक नामक व्यक्ति ने बताया कि हम 4 इंच का बेड डाल रहे हैं वहीं पास में खड़े मुंशी चमन से जब पूछा गया कि आप कितने इंच का बेड डाल रहे हैं तो उन्होंने बताया कि हम 6 इंच का बेड डाल रहे हैं अब सोचने वाली बात यह है की या तो ठेकेदार को सही नहीं पता या फिर सुपरवाइजर मयंक को और यह लोग खामियां दूर करने की बात कह रहे हैं वही मौके पर खड़े स्थानीय निवासी धर्मसैन ने जेई के करीबी मयंक के सामने बताया कि मेरे घर के सामने नाली बनाने के लिए चमन नामक मुंशी पैसे मांग रहा है तभी मौके पर खड़े मुंशी चमन में भी इस बात को स्वीकार कर लिया अब सोचने वाली बात यह है की जब सरकार के द्वारा इन कार्य को कराया जा रहा है तो आम लोगों से काम करने के लिए यह लोग पैसे क्यों मांग रहे हैं इससे साफ जाहिर होता है की ठेकेदार की लेवर उन्हीं के इशारे पर इस सिंडिकेट को चला रही है और इसमें मुख्य भूमिका जेई की मानी जा सकती है क्योंकि स्थानीय लोगों के साथ - साथ मुंशी चमन में बताया कि जेई साहब तो कई- कई दिन बीत जाने के बाद भी साइट देखने तक नहीं आते हैं इसी बात पर भड़के मयंक ने मुंशी को झाड़ लगाई और कहने लगा कि क्या जेई साहब तुम्हें बताकर साइड पर आएंगे अब सोचने वाली बात यह है कि जब साइड पर मुंशी काम करा रहा है तो उनको जेई साहब आते जाते क्यों नहीं दिखाई देते वैसे इस सारे प्रकरण में साफ जाहिर हो रहा है कि नगर निगम के अधिकारियों की शह पर ठेकेदार योगी सरकार की छवि को खराब करके अपनी जेबों को भरने में लगे हुए हैं क्योंकि यह सारा सिंडिकेट सालों से मोहन नगर जोन में डेरा जमाए बैठे जेई के इशारे पर चलता है वैसे अब इसकी शिकायत मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी जिला अधिकारी से की जा रही है और इस कार्य में प्रयोग की जा रही घटिया सामग्री का भी सैंपल चेक कराने के लिए अपील की जा रही है अब देखने वाली बातें यह होगी की इन लोगों के खिलाफ क्या कार्यवाही होती है या ऐसे ही यह लोग जनता के पैसे को खाते रहेंगे
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