फ्यूचर लाइन टाईम्स
दिल्ली : अखिल भारत हिंदू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी चक्रपाणि ने रक्षाबंधन की उपयोगिता बताते हुए कहा कि रक्षाबंधन श्रावणी पूर्णिमा को मनाए जाने वाले पवित्र संकल्प पर्व है। पहले गुरु शिष्य को रक्षा सूत्र बांधकर आशीर्वाद देता था बदले में शिष्य से धर्म की रक्षा का संकल्प लेता था, बाद में इसके दायरे बढ़ गया देवराज इंद्र को उनकी पत्नी देवी सचि ने वृत्रासुर पर विजय प्राप्त करने हेतु राखी बांधी,द्रोपदी ने श्री कृष्ण को,महाभारत में युद्ध जीतने हेतु धर्मराज युधिष्ठिर ने अपने सैनिकों को,देवी लक्ष्मी ने अपने भाई राजा बलि को रक्षा सूत्र बाधा,सनातन धर्म में पवित्र वृक्ष पीपल को भी रक्षा बांधने की परंपरा है बच्चियां अपने पिता को भी राखी बांध सकती हैं,यह किसी भी पवित्र संबंधों की पावन भाव को प्रदर्शित कर और प्रगाढ़ बनाने वाला सनातन संकल्प उत्सव पर्व है।
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