फ्यूचर लाइन टाईम्स
नोएडा : कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं समाजसेवी ने कहा कि तारीफ चंद की होनी चाहिए चित्रों की नहीं होनी चाहिए क्योकि चित्र बनाने में कुछ दिन लगते हैं चरित्र बनाने में पुरी जिंदगी.! इसी लिये 200 साल गुलाम रहने के बाद भी गुलामी का असर गया नही ,तभी तो गलत को गलत कहने का साहस नहीं करते तथाकथित देश के सभी तरह के खैरख्वाह !अंतर मन से सभी विचार करें !राजनीति, राजनेता,नोकरशाह, कॉर्परेट,बिल्डर, सरकारे, कार्यपालिका,न्यायपालिका और सबसे ज्यादा किसी हद तक आम जन मानस द्वारा निर्मित समाज जुम्मेवार है,तभी तो हर छेत्र के लोगो का चारित्रिक पतन हो चुका है जिसका रिजल्ट जनता के सामने है ! फिर भी चुप्पी का मतलब तबाही और बर्बादी ही है और कुछ नही ?
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