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सरकार के द्वारा प्रोपर्टी डीलिंग शुरू होती है! रघुराज सिंह

फ्यूचर लाइन टाईम्स



पूर्व में लिया गया किसान आंदोलन का फोटो


नोएडा : कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रघुराज सिंह ने अपने विचार रखते हुए कहा कि देश मे सभी सरकारे विकास के नाम पर पहले तो किसानों को बेवकूफी बनाकर भूमि छीनती है । फिर सरकार के द्वारा प्रोपर्टी डीलिंग शुरू होती है ? उस भूमि का सर्किल रेट बढ़ा कर बिल्डरों को बेचती है । फिर बिल्डरों के साथ मिलकर सर्किल रेट इतने बढ़ा देती है जिससे खरीदने में भूमि आम आदमी की पहुँच से दूर हो जाती है, फिर कॉरपोरेट से मिलकर बैंकों में गिरवी रख कर कीमत से कई गुना ज्यादा दिखा कर कर्ज लिया जाता है,उसके बाद आपस मे बन्दर बांट करके खा जाते है और कॉरपोरेट जगत के लोग विदेश भाग जाते है,फिर वो ही नोकरशाह उनको लाने के बहाने सरकारों से इन्क्वारी कमीशन बनवाते है और उसके बहाने विदेशों में सैर सपाटा तथा अपने द्वारा कमाये धन को ठिकाने लगाने का काम बाखूबी निभाकर वापिस आ जाते है,देश की याददाश्त वैसे ही कमजोर है भूलने में तो शायद नम्बर वन ही होगी, सबकुछ बट्टे खाते में चला जाता है,फिर से कोई नया कॉरपोरेट पैदा किया जाता है और फिर से वही कहानी दोहरा दी जाती है जांच में होना कुछ नही क्योकि आजतक की किसी जांच में कुछ हुआ ही नही फिर बेचारा किसान कौड़ियों के भाव मे लुटता पिटता रहता है, कोई अगर थोड़ा बहुत हिम्मत कर कोर्ट जाने का साहस करता है तो न्यायपालिका इतनी सस्ती नही की उसे न्याय मिल सके,कुछ समय तो कोर्ट तारीख पर तारीख लगा कर समय बर्बाद करती है! कुछ थोड़ा बहुत पैसा बचता है तो वकील उसे चूसने में बिल्कुल भी दया भाव नही दिखाते लेकिन दिखाये भी क्यो, क्योकि ये आजकल उनका धर्म बन गया है ? किसान बेचारा लूट पिट कर फिर एक श्रमिक बन परिवार के भरण पोषण में लग जाता है पूरे जीवन उसका बस इसी चक्र में घूमता रहता है । ये हमारे सभी राजनीतिक दलों के किसान नेताओ द्वारा राजनीति करने का नतीजा,बाक़ी रही सही कसर देश के नोकरशाह उनको दर दर का भिखारी बनाने को आतुर रहते ही है। ये दर्द है भारत के किसान का,ग्रामीण का,श्रमिक का ? भारत की 90 % से ज्यादा जनता का ? मेरी सोच के अनुसार,मेरे तजुर्बे के अनुसार आप सबके साथ साझा कर रहा हूँ अपने विचार, एनसीआर तो लुटा ही है हमारे नेताओं, नोकरशाहो,बिल्डरों, कॉरपोरेट के नेक्सेस से जिसको सरकार और पार्टी के नेताओ का भी संरक्षण रहता है! 


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