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ओम् क्या है ? डॉक्टर मुमुक्षू आर्य

फ्यूचर लाइन टाईम्स



ओम् अनन्त ज्ञान बल व आनन्द से युक्त एक दिव्य चेतन पदार्थ है , रंग रुप रहित है, आकाश की तरह सर्वत्र फैला हुआ है, खम्भे की तरह खड़ा है , न हिलता है न डुलता है, अनादि काल से सृष्टि उत्पत्ति प्रलय व जन्म मरण का चक्र वही चला रहा है, सब जीवों के लिये हवा पानी रोशनी खुराक आदि का प्रबंध उसी ने किया है, जन्म मरण के बन्धन से छुड़ा कर अमृत अर्थात मोक्ष की प्राप्ति भी वही करवाता है, उसका जप विघ्न वाधाओं व व्याधियों का नाश करने वाला है ,सब जीवों का शाश्वत माता पिता आचार्य व गुरु है । उसमें अनन्त गुण होने से उसके अनन्त नाम हैं । ब्रह्मा विष्णु शिव गणेश महादेव आदि सब नाम उसी के हैं, हर सृष्टि के आदि में सब जीवों के कल्याण के लिये वेद रुपी संविधान manual भी वही प्रकट करता है। सब जड चेतन देवों का देव होने से वह निराकार सर्वशक्तिमान सर्वव्यापक परमात्मा ही असली महादेव है न कि शिवजी महाराज वा उनका लिंग अर्थात शिवलिंग । जिन्हें पण्डों, मुल्लों व पादरियों की कैद में रहना प्रिय है, वे हिन्दू मुस्लिम जैन बौद्ध ईसाई आदि बने रहें। जिन्हें सत्य प्रिय है, ज्ञान विज्ञान प्रिय है, वे वेदादि शास्त्र वा उन पर आधारित सत्यार्थप्रकाश पढ कर ईश्वर के सच्चे उपासक बन जाएं।


 


ओ३म् अग्निदूतं वृणीमहे होतारं विश्ववेदसम्।अस्य यज्ञस्य सुक्रतुम्।। सामवेद--१-१-३


हमारे तीनों तापों के नाशक, मार्गदर्शक ,जीवन उत्कर्षक, मोक्ष सुख और सब संपत्तियों के दाता परमेश्वर ! हम आप का वरण करते हैं आप की उपासना करते हैं।


 


इज्याचारदमाहिंसादानस्वाध्यायकर्मणाम् ।


अयं तु परमो धर्मो यद्योगेनात्मदर्शनम् ।।


―याज्ञवल्क्यस्मृति १।८


प्रभु-प्राप्ति के लिए यज्ञ, सदाचार,मन को वश में रखना, अहिंसा, दान और स्वाध्याय आदि अनेक उपायों में योग सर्वश्रेष्ठ उपाय है।


Vedas are revealed in the beginning of each universe. Present universe is about 1,96,08,53121 years old and so old are the Vedas and Vedic Dharma. The Hindu, Muslim, Sikh, Jain, Bodh, Christian religions are only 500-3000 years old. Most of the so called holy books are full of gossips & imaginary stories.Those who don't believe in Formless, Omnipresent ,Omnipotent, Omniscient God, soul, reincarnation, salvation and Vedas are ignorant. Those who indulge in worshipping inert substances or imaginary gods or goddesses are stupid. Practising nonviolence, truth and meditation are the only ways to realise the Almighty God.


- Dr Mumukshu Arya


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