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ई. एस. डी. ए. ने दो दिवसीय राष्ट्रीय ऑनलाइन कॉन्फ्रेस का किया आयोजन

फ्यूचर लाइन टाईम्स



 


गाजियाबाद/दिल्ली :  दो दिवसीय राष्ट्रीय ऑनलाइन कॉन्फ्रेस कार्यक्रम के संयोजक , डॉ. जितेंद्र नागर ने बताया कि आज विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर पर्यावरण के क्षेत्र में अग्रणी कार्य करने वाली संस्था "एन्वाइरन्मेंट एंड सोशल डेवेलॉपमेंट असोसिएशन ई. एस. डी. ए. ने एक दो दिवसीय राष्ट्रीय ऑनलाइन कॉन्फ्रेस का आयोजन किया। 


कॉन्फ्रेस के उदघाटन सत्र में मुख्य अतिथि के रूप में केंद्रीय सड़क एवं परिवहन राज्य मंत्री एवं गाजियाबाद के सांसद जनरल वीं. के. सिह शिरकत की. मंत्री ने अपने सम्बोधन में कहा की आज देश को सतत विकास की जरूरत है जिसमें हमें अपने पर्यावरण सुरक्षा को विशेष तरजीह देनी होगी नहीं तो भविष्य में अनेक कोरोना वायरस जैसी आपदाओं का सामना करना पड़ सकता है। अब समय आ गया है जब इंसानों को अपने स्वार्थों के लिए लिए हो रही पृथ्वी की खिलवाड़ को बंद करना होगा। 


इस अवसर पर ई. एस.डी.ए. के राष्ट्रीय महासचिव एवं कार्यक्रम संयोजक डॉ जितेंद्र नागर ने कहा की इस प्रकार के प्रायोजन का मुख्य उद्देश्य यह की हम अपने पर्यावरण एवं प्राकृतिक संसाधनों को बचाने के नीतियाँ का निर्माण करवाना एवं देश के लोगों को पर्यावरणीय समस्याओं के प्रीति जागरूक करना है। भविष्य में मानव जाति के सामने जलवायु परिवर्तन सबसे बड़ी चुनौती है जिसके कारण पृथ्वी का तापमान लगातार बढ़ रहा है जिसका अनुमान है की आंगलेया 100 सालों में अनेक द्वीप एवं शहर समुन्दर में डूब जाएंगे ओर अनेक प्राकृतिक आपदाएं एवं महामारियों का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए आज ग्रीन हाउस गैस का उत्सर्जन बहुत काम करना होगा और धार्णीय विकास को अपनाना होगा। 


इसी सत्र को अमेटी विश्वविधालय गुरुग्राम के कुलपति प्रोफेसर पी. बी. शर्मा, राममनोहर लोहिया अवध विश्वविधालय के कुलपति प्रोफेसर मनोज दीक्षित, दिल्ली विश्वविधालय के अम्बेडकर कालिज के प्राचार्य डॉ जी. के. अरोड़ा, सी. एस.आई. आर. - नीरी के अध्यक्ष डॉ एस. के. गोयल, जी.डी. गोयनका विश्वविधालय गुरुग्राम के डीन प्रोफेसर आर. के. ठाकुर, संघ के पर्यावरण प्रकोष्ट के प्रमुख गोपाल आर्या एवं डॉ धीरज सिह ने संबोधित किया। 


यह कॉन्फ्रेस ई.एस.डी.ए. एवं डॉ. भीम राव अम्बेडकर कालिज दिल्ली, दिल्ली विश्वविधालय, सी. एस.आई. आर. - नीरी, अमेटी विश्वविधालय गुरुग्राम, राममनोहर लोहिया अवध विश्वविधालय अयोध्या, जी.डी. गोयनका विश्वविधालय गुरुग्राम, जी. आर. सी. इंडिया के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित की गयी। 


कॉन्फ्रेस में देश 23 राज्यों से 974 वैज्ञानिक, शोधार्थी एवं छात्रों ने अपना नामाकन किया है एवं कुल 392 शोध पत्र प्राप्त हुए है जो इस दो दिवसीय कॉन्फ्रेस में प्रस्तुत किए जाएंगे। 


 


 


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