फ्यूचर लाइन टाईम्स.मनोज तोमर ब्यूरो चीफ
दनकौर कस्बे में कोरोना संदिग्ध लोगों की जांच को लेकर कस्बे के लोगों में रोष है। कुछ लोग स्वास्थ्य कर्मियों की टीम के साथ मिलकर जबरन अपनी रंजिश निकालने के लिए लोगों पर कोरोना टेस्ट कराने का दबाव बना रहे हैं। रविवार को 16 व्यक्तियों के रैंडम टेस्ट कर उन्हें जिम्स भेजा गया। इन सभी लोगों को वापस शाम को ही घर भेज दिया गया। किसी भी व्यक्ति में कोरोना के लक्षण नहीं मिले। जांच कराने वाले व्यक्ति पैदल ही अस्पताल से घर आए। कस्बे के व्यापार मंडल के पदाधिकारी और लोगों ने सीएमओ से इस मामले की शिकायत कर दनकौर कस्बे के अस्पताल में ही कोरोना संदिग्ध लोगों का रैंडम टेस्ट कर उन्हें अस्पताल से ही घर भेजने की मांग की।
कस्बे में कोरोना संदिग्धों की तलाश के लिए नगर पंचायत ने एक निगरानी समिति का गठन किया है। निगरानी समिति अपनी जांच पड़ताल का काम कर रही है। वहीं कस्बे के कुछ लोग अपनी जातिगत रंजिश का बदला लेने के लिए स्वास्थ्य विभाग तक सही सलामत लोगों की भी झूंठी सूचना देकर प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष रूप से उन पर कोरोना का जबरन टेस्ट कराने का दबाव बना रहे हैं। इस मामले को लेकर कस्बे के काफी लोगों में आक्रोश पनप रहा है। एक दुकानदार ने बताया कि उसके पास भी कई लोगों के फोन आए हैं। जबकि वह पूरी तरह से स्वस्थ है। उसे किसी टेस्ट की आवश्यकता नहीं है। ऐसे लोगों की कारगुजारी के चलते कस्बे के लोग काफी परेशान हैं।
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